बच्चों की सामान्य सर्दी: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

बच्चों की सामान्य सर्दी – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: विटामिन सी की उच्च मात्रा से युक्त फल और सब्जियाँ, जैसे बेरियाँ, संतरे, नीबू, शिमला मिर्च, पपीता, फूलगोभी, ब्रोकोली आदि। तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें। अंडे, जंक फ़ूड, रेड मीट, मिठाइयाँ, पनीर और ठंडी वस्तुएँ जैसे आइसक्रीम। मैदे से बने हुए आहार या स्टार्च की उच्च मात्रा युक्त आहार भी नहीं लेना चाहिए।

बच्चों का एलर्जिक रायनाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

बच्चों का एलर्जिक रायनाइटिस – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: स्तनपान, भोज्य वसीय अम्ल और एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार जैसे टमाटर, ग्रीन टी, कीवी आदि। विटामिन पूरकों का सेवन।

एम्ब्लियोपिया (आलसी आँख): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एम्ब्लियोपिया (आलसी आँख) – आहार – लेने योग्य आहार: हरी, पत्तेदार सब्जियों जैसे केल और ब्रोकोली में पाए जाने वाले पोषक तत्व दृष्टि को बढ़ाने में मदद करते हैं।
, गाजर बीटा-कैरोटीन से समृद्ध होती हैं, जो कि धूप की क्षति से आपकी आँखों की रक्षा करता है।
, आँखों को स्वस्थ बनाए रखने में विटामिन सी आवश्यक है। खट्टे फल जैसे संतरे, आम, नीबू और ग्रेपफ्रूट आदि विटामिन सी से समृद्ध होते हैं।
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एम्फायसेमा (फेफड़ों में अवरोध): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एम्फायसेमा (फेफड़ों में अवरोध) – आहार – लेने योग्य आहार: कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, खनिजों, विटामिनों, रेशे और जल से युक्त स्वास्थ्यवर्धक आहार।
, एम्फायसेमा से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सोडियम की कम मात्रा से युक्त चिकन सूप विशेष रूप से लाभकारी होता है। क्योंकि चिकन में सिस्टीन होता है, यह आपके शरीर से अतिरिक्त बलगम निकालता है। सिस्टीन के अतिरिक्त भोज्य स्रोतों में गेहूँ की बाली, लाल शिमला मिर्च, लहसुन, प्याज, ब्रोकोली और ब्रसेल्स स्प्राउट्स हैं।
, जैतून का तेल पित्ताशय और बड़ी आंत से अनुपयोगी पदार्थ और आँव को निकालने में सहायता करता है।
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सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: शक्तिशाली प्रतिरक्षक तंत्र शरीर को सीबेशियस सिस्ट के स्वयं ही ठीक कर लेने में सहायता करता है। एंटीऑक्सीडेंट समृद्ध आहार, साबुत अनाज, और सब्जियाँ जिनमें बेरियाँ, खट्टे फल और गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियाँ आदि का सेवन प्रतिरक्षण को उन्नत करने में और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकालने में सहायता करता है।
, विषैले तत्वों को शरीर से बाहर निकालने के लिए पानी अधिक मात्रा में पियें।
, स्वस्थ त्वचा के विकास के लिए और रोमकूपों में सीबम के जमाव को रोकने के लिए स्वस्थ तेलों का सेवन बढ़ाएं। स्वस्थ तेलों वाले आहारों में हैं मेवे और गिरियाँ, एवोकेडो, मछली, अलसी का तेल, इवनिंग प्रिमरोस आयल और मछली का तेल।
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डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

डर्मोइड सिस्ट (शरीर के भीतर गाँठें) – आहार – लेने योग्य आहार डर्मोइड सिस्ट से मुकाबला करने में सहायक आहारों में हैं:: फल
, भाररहित स्टार्च युक्त सब्जियाँ गाजर, टमाटर, सब्जियों का सलाद।
, मछली
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एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एन्कायलोग्लोसिया (चिपकी जीभ) – व्यायाम – बाजू में घुमाना- अपनी उंगली बच्चे की जीभ के नीचे, जितनी दूर तक आप डाल सकते हैं, डालें। एक बाजू से दूसरी बाजू घुमाएँ।
, जीभ उठाना- अपनी उंगली शिशु की जीभ के नीचे डालें, और दबाएँ। जितना दूरी तक दबा सकें, दबाएँ। फिर उठा लें, जहाँ तक कि आप उठा सकें कुछ सेकंड के लिए थामकर रखें।
, जीभ को ऊपर नाक की तरफ खींचने की, और नीचे ठोड़ी की तरफ खींचने की कोशिश करें।
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हीमेटोमा (खून जमा होना): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

हीमेटोमा (खून जमा होना) – आहार – विटामिन के शरीर को रक्त जमने वाले घावों से बचाता है। आहार में विटामिन के से समृद्ध आहार जैसे पालक, स्ट्रॉबेरी, पत्तागोभी, फूलगोभी, ब्रोकोली, गेहूँ की बाली, अंडे शामिल करें
, बायोफ्लेवोनोइड्स से समृद्ध आहारों में संतरे, नीबू, ग्रेपफ्रूट, स्ट्रॉबेरी, पपीता, खुबानी आदि हैं।
, विटामिन सी की कमी से रक्त इकठ्ठा होने वाले घाव बढ़ सकते हैं, इसलिए आहार में ऐसे फल और सब्जियों का योग इस प्रकार के घावों को बड़ी मात्रा में घटा सकता है। विटामिन सी से समृद्ध आहारों में शिमला मिर्च, अमरुद, गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियाँ, ब्रोकोली, बेरियाँ, खट्टे फल, टमाटर, मटर आदि आते हैं।
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डिस्फेजिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

डिस्फेजिया आहार – डिस्फेजिया के दौरान दिये जाने वाले आहारों में नर्म उबली सब्जियाँ, नर्म और कैन में बंद फल, ब्रेड, गर्म दलिया, दूध में डुबो कर खाए जाने के लिए तैयार दलिया, कैन में बंद फल, नर्म उबली सब्जियाँ, रस, आमलेट, ग्राउंड मीट, उबली फलियाँ, उबले मटर, कॉटेज चीस, दही, कस्टर्ड, पुडिंग, क्रीम सूप, बिना मेवों की कूकीज और नूडल्स आते हैं।
, कड़ा माँस, मेवे, गिरियाँ, चिपचिपी ब्रेड, कड़ा चबाया जाने वाला माँस, सख्त सब्जियाँ।
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भेंगापन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

भेंगापन आहार – लेने योग्य आहार: ठन्डे पानी की मछली जैसे सैलमन, ट्यूना, सारडाइन और हलिबेट से प्राप्त होने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड नेत्र रोग विकसित होने के खतरे को घटाता है।
, संतरे और उनके अन्य सारे खट्टे बंधु फल, टेंजेरिंस, टमाटर और नीबू विटामिन सी की उच्च मात्रा से युक्त होते हैं, जो नेत्रों के स्वास्थ्य हेतु आवश्यक एंटीऑक्सीडेंट है।
, जिंक प्रकाश के क्षतिकारक प्रभावों से आपकी आँखों को बचाने में सहायता कर सकता है। जिंक की उच्च मात्रा से युक्त आहारों में मटर, फलियाँ, लीन रेड मीट, पोल्ट्री उत्पाद और शक्तियुक्त दलिया हैं।
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