दवा प्रतिरोधी टीबी: ऐसी स्थिति जहां दवा बेअसर हो जाती है।

दवा प्रतिरोधी टीबी

दवा प्रतिरोध क्या है?

दवा प्रतिरोध एक रोग या बीमारी का इलाज करने में antimicrobial, anthelmintic या antineoplastic जैसी दवा की प्रभावकारिता को कम करने को कहते हैं। इस शब्द का प्रयोग प्रतिरोध के संदर्भ में किया जाता है जो कि रोगजनक या कैंसर “अधिग्रहण” कर लेते हैं, अर्थात, प्रतिरोध विकसित हो गया है। एक दवा का जब बार-बार उपयोग किया जाता है तो उसका असर कम हो जाता है। बैक्टीरिया मल्टी-ड्रग प्रतिरोधी जीवाणु हैं जो कुछ एंटीबायोटिक दवाओं के प्रति प्रतिरोधी हो जाता है, और इन एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग इन बैक्टीरिया को नियंत्रित या मारने के लिए अब नहीं किया जा सकता।

सक्रिय टीबी वाले व्यक्ति को दवा प्रतिरोधी टीबी हो जाता है अगर टीबी के जीवाणु जिससे वो व्यक्ति संक्रमित है, पे कम से कम टीबी की एक मुख्य दवा का असर होना बंद हो जाये।

दवा प्रतिरोधी टीबी के कारण

दो तरीके हैं जिससे लोगों को दवा प्रतिरोधी टीबी होता है।
  • एंटी-टीबी ड्रग्स का प्रतिरोध हो सकता है अगर इन दवाओं का कुप्रबन्धित या दुरुपयोग किया तो। यह कई कारणों से हो सकता है, जिसमें रोगी आपने उपचार का पूरा कोर्स पूरा न करे, स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता द्वारा गलत उपचार, खुराक या दवा लेने की ग़लत अवधि निर्धारित की हो, दवाओं की अनुपलब्धता या दवाओं के घटिया होने से।
  • प्रेषित या प्राथमिक दवा प्रतिरोधी टीबी एक व्यक्ति से दूसरे वयक्ति में दवा प्रतिरोधी टीबी के सीधे हस्तांतरण के कारन होता है। टीबी को खत्म करने के वैश्विक कार्यक्रमों के विकास में प्राथमिक औषध प्रतिरोधी टीबी की घटना और रोकथाम को लगभग अनदेखा करदिया गया था।
लोगों में ड्रग प्रतिरोध अधिक आम है जो:
  • अपनी टीबी की दवा नियमित रूप से नहीं लेते
  • अपने टीबी की सभी दवाएं डॉक्टर या नर्स के बताए अनुसार नहीं लेते।
  • टीबी की दवा लेने के बाद, दुबारा टीबी रोग का हो जाना।
  • विश्व के उस छेत्र से हों जहां दवा प्रतिरोधी टीबी सामान्य हो।
  • किसी व्यक्ति के साथ समय व्यतीत किया हो जिसे दवा प्रतिरोधी टीबी रोग था

दवा प्रतिरोधी टीबी के प्रकार

  • मल्टीड्रोग-प्रतिरोधी टीबी (एमडीआर टीबी)
    मल्टीड्रग-प्रतिरोधी टीबी (एमडीआर टीबी) ऐसे टीबी बैक्टीरिया के कारण होता है जो कम से कम दो सबसे शक्तिशाली टीबी दवाई आइसोनियाजिड और राइफैम्पिन के प्रति प्रतिरोधी होता है। टीबी रोग वाले सभी व्यक्तियों के इलाज के लिए इन दवाओं का उपयोग किया जाता है।
  • व्यापक रूप से ड्रग-प्रतिरोधी टीबी (एक्सडीआर-टीबी)
    व्यापक रूप से दवा प्रतिरोधी टीबी (एक्सडीआर-टीबी) एक दुर्लभ प्रकार का एमडीआर टीबी है जो आइसोनियाजिड और राइफैम्पिन के प्रति प्रतिरोधी होता है, साथ ही किसी भी फ्लोरोक्विनोलोन और कम से कम दूसरी लाइन वाली दवाओं के तीन इंजेक्शन (यानी, अमीकैसिन, कनामाइसिन या कैप्रोमासायनिक) के प्रति भी प्रतिरोधी होता है। क्योंकि XDR टीबी सबसे शक्तिशाली टीबी दवाओं के प्रति प्रतिरोधी होता है, मरीज़ के बचे हुए उपचार के विकल्प बहुत कम प्रभावी होते हैं।
एक्सडीआर टीबी एचआईवी संक्रमण HIV वाले या अन्य स्थिति जो प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है वाले लोगों के लिए विशेष चिंता का विषय है । ऐसे लोगों में टीबी रोग विकसित होने का खतरा सबसे अधिक होता है अगर वो एक बार संक्रमित हो गए, और उनके मृत्यु की संभावना भी अधिक होती है।

इलाज

दवा प्रतिरोधी टीबी का इलाज करना बहुत जटिल है। अनुचित प्रबंधन जानलेवा परिणाम दे सकती हैं। एमडीआर टीबी और एक्सडीआर टीबी के उपचार में टीबी विशेषज्ञों से सलाह ली जानी चाहिए।

दवा प्रतिरोधी टीबी का उपचार हमेशा दवा-संवेदी टीबी के इलाज से ज्यादा मुश्किल होता है। इसके लिए “दूसरी लाइन” या रिजर्व दवाओं का उपयोग करना ज़रूरी होता है जो कि अधिक महंगी और अधिक दुष्प्रभाव देती हैं। इसके अलावा, दवाओं को दो साल तक लेना पड़ता है।

दवाओं की लंबी अवधि कई रोगियों के लिए सबसे बड़ी समस्या है। और इसलिए दवा-प्रतिरोधी टीबी के इलाज के लिए छोटी अवधि के दवाओं की खोज की जा रही है, जो लेने में भी आसान होती है। इसकी वजह से बांग्लादेश अवधि का विकास हुआ जिसके निरोग का दर बहुत अधिक है और दवाओं को केवल आठ या नौ महीनों ही लेना परता हैं।

बेडाक्वायलाइन भारत में उपलब्ध हो गया
फरवरी 2016 में यह घोषणा की गई थी कि बेडकाक्लीन भारत में उपलब्ध कराई जाएगी। यह दवा एमडीआर-टीबी और एक्सडीआर-टीबी से पीड़ित रोगियों के लिए दूसरी लाइन उपचार के भाग के रूप में उपलब्ध होगी। हाल ही में इस दवा को सुरक्षा और प्रभावकारिता के लिए कुछ अस्पतालों में राष्ट्रीय स्तर पर नैदानिक ​​परीक्षण किया गया। भारत में दवा प्रतिरोधी टीबी के उपचार के बारे में अधिक जानकारी।

निवारण

दवा प्रतिरोधी टीबी के प्रसार को रोकने के लिए सबसे महत्वपूर्ण तरीका है के सभी टीबी दवाओं को स्वास्थ्य प्रदाता द्वारा ठीक निर्धारित किये तरीक़े से लें। कोई खुराक छूटनी नहीं चाहिए और उपचार जल्दी बंद नहीं होना चाहिए। टीबी रोग का उपचार लेने वाले लोग अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता को बताएं अगर उन्हें ड्रग्स लेने में समस्या हो रही है।

स्वास्थ्य प्रदाता- दवाओं के प्रतिरोधी टीबी की फ़ौरन जांच कर के उससे बचाव करने में मदद कर सकते हैं, इलाज के लिए दिशानिर्देशों का पालन करते हुए, रोगियों के उपचार की प्रतिक्रिया की निगरानी कर सकते हैं, और यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि चिकित्सा पूरी हो।

दवा प्रतिरोधी टीबी को रोकने के लिए एक और तरीका है बंद या भीड़ भाड़ वाले स्थानों में ज्ञात दवा प्रतिरोधी टीबी रोगियों के संपर्क से दूर रहें।

संख्या

वैश्विक स्तर पर 2015 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का अनुमान है कि नए मामलों में से 3.9% और टीबी के पहले इलाज वाले मामलों में से 21% एमडीआर-टीबी के थे।

2015 में एमडीआर-टीबी से अनुमानित 250,000 मौतें हुईं। इनमें से आधे से अधिक मरीज़ भारत, चीन और रूसी संघ से थे।

Govt launches new medicine to treat drug resistant TB
More about drug resistant TB in India

Read in English