कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): प्रमुख जानकारी और निदान

कार्पल टनल सिंड्रोम (सीटीएस) हाथ का दर्द्युक्त विकार है जो कलाई से होकर गुजरने वाली तंत्रिकाओं पर पड़े दबाव के कारण उत्पन्न होता है।.

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): लक्षण और कारण

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS) – लक्षण – हाथ के तल और उंगलियों में जलन, झुनझुनी या खुजलीयुक्त गुदगुदी, खासकर अंगूठे, तर्जनी और मध्यमा उंगली में। थोड़ी या बिना दिखाई देने वाली सूजन के साथ उंगलियों का निष्क्रिय और फूला हुआ प्रतीत होना।. कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS) – कारण – कलाई को लगी चोट या आघात। चिकित्सीय स्थितियाँ।.

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: एंजाइम पूरक जैसे ब्रोमेलैन या एंजाइम के मिश्रित उत्पाद (उदाहरण के लिए वोबेंजाइम) कार्पल टनल सिंड्रोम से जुड़ी ऊतकों की सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। ब्रोमेलैन का मुख्य स्रोत अन्नानास है।
, फोलिक एसिड से समृद्ध सब्जियाँ क्योंकि इस प्रकार की सब्जियाँ मांसपेशियों के निर्माण में और ऊतकों में स्थित सूजन को कम करने में सहायता करती हैं।
, कार्पल टनल सिंड्रोम के रोगी के आहार में ताजे फल भी अत्यंत आवश्यक होते हैं। ये फल मांसपेशियों की वृद्धि के लिए आवश्यक खनिज और विटामिन प्रदान करते हैं। केलों में पोटैशियम उपलब्ध होता है।
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कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): रोकथाम और जटिलताएं

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS) – रोकथाम – रोग का शीघ्र निर्धारण और चिकित्सा। भारी वस्तुएँ ना उठाएँ। जीवन शैली में सुधार।.