लकवा (पैरालिसिस): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

परहेज और आहार

लेने योग्य आहार
  • विटामिन बी काम्प्लेक्स जैसे नायसिन और विटामिन बी12 युक्त भोज्य पदार्थ।
  • वसीय अम्ल युक्त आहार जैसे केले, फलियाँ, दालें, पोषक खमीर, आलू, कद्दू के बीजों का तेल, अखरोट, संतरे, हरी सब्जियाँ, और कम वसा युक्त दूध
इनसे परहेज करें
  • कम और बार-बार खाना और आहार की कम मात्रा।
  • वसायुक्त आहार

योग और व्यायाम

बैठे हुए या लेटे हुए कमजोर अथवा लकवाग्रस्त शारीरिक हिस्सों को चलाना चाहिए।

योग

संगीत और ध्यान

बिनऑरल संगीत
संगीत का यह विशेष प्रकार जिसे बिनऑरल बीट्स कहते हैं, आपको गहन निद्रा में ले जाता है, जिसके कारण आप अगले दिन तरोताजा होकर उठते हैं। निद्रा में मस्तिष्क की विभिन्न तरंगों (अल्फा, बीटा, थीटा और डेल्टा) को उत्तेजित करने से ये निश्चित होता है कि आपको बिना किसी डरावने या अनचाहे अवरोध के शांत और बढ़िया नींद आती है।

घरेलू उपाय (उपचार)

  • सोने से पहले कुछ ग्लास पानी लेकर अपने शरीर के जलस्तर को बनाए रखें।
  • बिना अवरोध की पूरी नींद लें।
  • योग की खिंचाव वाली मुद्राएँ आपकी माँसपेशियों को आराम देने में सहायता करेगी।
  • ध्यान की सहायता से अपने शरीर को तनावमुक्त करें।




लकवा, माँसपेशियों की कार्य करने की शक्ति की हानि, शरीर का अगतिशील हिस्सा, एहसास करने की हानि, एहसास की हानि, पीरियाडिक पैरालिसिस, नींद में लकवा, हाथ में लकवा, पैर में लकवा, तंत्रिका सम्बन्धी विकार, तंत्रिका में क्षति, ऊपर बढ़ता हुआ लकवा, नीचे जाता हुआ लकवा, बोटलिस्म, गुइलनबर सिंड्रोम, टिक पैरालिसिस, लकवा (पैरालिसिस) – आयुर्वेदिक दवा और इलाज, lakva rog, lakva ka gharelu upchar, upay, lakva me parhej, lakva ka ilaj, lakva ki dawa, lakva treatment in hindi, Paralysis in hindi, Paralysis treatment in hindi,

2 thoughts on “लकवा (पैरालिसिस): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

Comments are closed.