विभिन्न विटामिनों से समृद्ध आहार

केला विविध गुणों से भरा फल है जिसमें कई पोषक तत्व जैसे विटामिन ए, बी. सी और ई के साथ कई खनिज जैसे पोटैशियम, जिंक, मैंगनीज और लौह आदि होते हैं।

भोजन में खनिज पदार्थ

एवोकेडो में छाछ के अधिकतर गुण पाए जाते हैं। एवोकेडो में पोटैशियम, विटामिन ए और ई, रेशे और फोलेट होते हैं। इसमें पालीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड भी होते हैं। यह मेटाबोलिज्म को गति देने वाला और इसके साथ ही आर्थराइटिस, थकावट और शुगर की बीमारी से आराम दिलाने के लिए बेहतर होता है।

विटामिन बी से समृद्ध आहार

ओट्स में महत्त्वपूर्ण पोषक तत्व जैसे विटामिन बी और ई, पोटैशियम और जिंक होते हैं जो दिमाग के विकास और कार्य करने में मदद करते हैं। ओट्स घुलनशील और अघुलनशील रेशों का भी बढ़िया स्रोत होते हैं जो बच्चों को लम्बे समय तक भरे पेट रहने में मदद करते हैं। ओट्स को दूध या दही के साथ, ऊपर से फल डालकर परोसें।

पोटैशियम से समृद्ध आहार

अमरुद में बढ़िया स्वाद के साथ ही पोटैशियम की भी अच्छी मात्रा होती है। यह रेशे, विटामिन सी आदि से भरपूर होता है और इसमें विशिष्ट सुगंध के साथ ही ढेर सारे स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है और इसे पूरा खाया जा सकता है। अमरुद की 100 ग्राम मात्रा रोजाना की 12% पोटैशियम आवश्यकता पूरी कर देती है।

व्यायाम सम्बन्धी स्वास्थ्य टिप्स

प्रत्येक शरीर नए व्यायाम कार्यक्रम को अपनाने में लगभग छः सप्ताह का समय लेता है। नियमित प्रगति का अनुभव करने के लिए अपने व्यायाम करने के तरीके को हर छः सप्ताह में बदलें।

विटामिन ए से समृद्ध आहार

कुछ पोषक तत्वों, जैसे विटामिन ई और ए या सेलेनियम को भोज्य पदार्थों के अलावा अन्य पूरक आहारों से लेना, हानिकारक होता है। किसी भी प्रकार का विटामिन पूरक लेने के पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य करें।

नमक और रक्तचाप सम्बन्धी टिप्स

अधिक मात्रा में नमक ना खाएँ। एक दिन में 6 ग्राम से अधिक नमक का प्रयोग ना करें. पैक किये हुए पदार्थों जैसे कई प्रकार के नाश्ते वाले दलिए, टिन में पैक सूप, ब्रेड, सॉस और तैयार खाद्य पदार्थों में नमक पहले ही रहता है। सोडियम की अधिक मात्रा उच्च रक्तचाप तक ले जा सकती है साथ ही कन्जेस्टिव हार्ट फेलियर, सिरोसिस, और गुर्दे की पथरी के रोगियों के शरीर में तरल पदार्थ का निर्माण कर सकती है।

धूप से परहेज करें

धूप में जाने से पहले नियमित रूप से सनस्क्रीन लगाएँ। छः माह से कम आयु के शिशुओं में सनस्क्रीन लगाने की सलाह नहीं दी जाती, उन्हें बाहर ले जाते समय धूप से बचाने वाले कपड़े पहनाने चाहिए।

साँस सम्बन्धी टिप्स

दिनभर अपनी साँस और शरीर की बनावट का ध्यान रखें और अपने पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते रहें। यह पेट के हिस्से को शक्ति देता है और उस क्षेत्र को व्यवस्थित बनाए रखता है।

ब्रेड और स्वास्थ्य

सफ़ेद कार्ब्स अर्थात रिफाइंड अनाज जैसे सफ़ेद चावल, पास्ता, सफ़ेद ब्रेड, नूडल्स, रेप्स, और मैदे और ब्रेड से बनी कोई भी वस्तु। इनके बनाने की प्रक्रिया के दौरान पोषक तत्व हटा दिए जाते हैं, जिससे ये कैलोरी से भरपूर और पोषण में निम्न हो जाते हैं। ये हमारे शुगर के स्तर में नुक्सानदायी उछाल देते हैं। इनके स्थान पर आप भूरे कार्ब्स (रिफाइंड ना किये हुए जटिल कार्ब्स) लें, जैसे भूरे चावल, साबुत अनाज, ओट्स, ओटमील, दालें, मेवे। इन सभी में पोषण और विटामिन जुड़े हुए आते हैं।