पित्ताशय की पथरी: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पित्ताशय की पथरी – आहार – लेने योग्य आहार: फल और सब्जियों की अधिक मात्रा। स्टार्च युक्त कार्बोहाइड्रेट्स की अधिक मात्रा। उदाहरण के लिए ब्रेड, चावल, दालें, पास्ता, आलू, चपाती और प्लान्टेन (केले जैसा आहार)। जब संभव हो तब साबुत अनाजों से बनी वस्तुएं लें। थोड़ी मात्रा में दुग्ध और डेरी उत्पाद लें। कम वसा वाले डेरी उत्पाद चुनें।

पित्ताशय की पथरी: प्रमुख जानकारी और निदान

पित्ताशय की पथरी इसी द्रव के इकठ्ठा होने से बना सख्त हिस्सा है जो पित्ताशय में उत्पन्न होता है।.

जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा: प्रमुख जानकारी और निदान

जमा या जकड़ा हुआ कन्धा (जिसे कभी-कभी कंधे के कैप्सूल बंध की सूजन कहा जाता है) ऐसी स्थिति है जो कंधे के जोड़ में जकड़न और दर्द के द्वारा प्रदर्शित होती है।.

जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा: लक्षण और कारण

जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा – लक्षण – कंधे के जोड़ में दर्द और लगातार बनी हुई जकड़न।. जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा – कारण – गर्दन में डिस्क सम्बन्धी रोग। दीर्घकालीन रोग जैसे कि मधुमेह या आर्थराइटिस। रजोनिवृत्ति की आयु वाली महिलाएँ। कंधे की चोट।.

जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: सूजनरोधी आहारों जैसे फल और सब्जियाँ, तैलीय मछली (जिसमें ओमेगा-3 वसीय अम्लों की उच्च मात्रा हो), मेवे, गिरियाँ, और कुछ मसाले, जैसे अदरक, लहसुन और हल्दी आदि का अधिक मात्रा में सेवन करें। सब्जियाँ जैसे फूलगोभी, ब्रोकोली, ब्रसेल स्प्राउट्स, पत्तागोभी, क्रैस, रतालू ये सभी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो शरीर को हानिकारक तत्वों से छुटकारा पाने में सहायता करते हैं। फल जैसे कि बेरियाँ, अन्नानास, लाल अंगूर आदि अपने सूजनरोधी गुणों के लिए जाने जाते हैं।

जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा: रोकथाम और जटिलताएं

जमा हुआ या जकड़ा हुआ कन्धा – रोकथाम – उपचार जल्द शुरू करने से जकड़न को रोकने में सहायता होती है और मधुमेह को नियंत्रित रखें क्योंकि यह खतरे के कारकों में से एक है।.

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया): रोकथाम और जटिलताएं

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया) – रोकथाम – रोग का शीघ्र निर्धारण और चिकित्सा।.

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया) – आहार – लेने योग्य आहार: ताजी हरी सब्जियाँ। लीन मीट और लिवर। खट्टे फल – विटामिन ए के अवशोषण हेतु विटामिन सी की आवश्यकता होती है। इसकी कमी से सूजी हुई या चोटग्रस्त आँखों का ठीक होना और कठिन हो जाता है।

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया): लक्षण और कारण

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया) – लक्षण – दूर स्थित वस्तुओं का धुंधला दिखाई देना। स्पष्ट देखने के लिए पलकों का आंशिक बंद होना। सिरदर्द, आखों में खिंचाव।. निकट दृष्टिदोष (मायोपिया) – कारण – यह आनुवांशिक है और आमतौर पर बचपन में होता है। आयु के बढ़ने के साथ स्थिति बदतर होती जाती है।.

निकट दृष्टिदोष (मायोपिया): प्रमुख जानकारी और निदान

निकट-दृष्टिदोष या समीप का दृष्टिदोष, जिसे चिकित्सीय रूप से मायोपिया कहा जाता है, दृष्टि की ऐसी स्थिति है जिसमें निकट की वस्तुएँ स्पष्ट दिखाई देती हैं, लेकिन दूर स्थित वस्तुएँ धुंधली दिखाई पड़ती हैं।.