दमा: प्रमुख जानकारी और निदान

अस्थमा क्रोनिक (लम्बे समय तक रहने वाली) फेफड़ों की बीमारी है, जिसके कारण फेफड़ों में और फेफड़ों से हवा ले जाने वाली नलिकाओं में सूजन और सिकुडन हो जाती है..

आंत्रशोथ: रोकथाम और जटिलताएं

आंत्रशोथ रोकथाम – स्वच्छ स्थिति बनाए रखें। सही तरीके से बना और रखा हुआ भोजन करें, टीका लगवाएं.

आंत्रशोथ: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

आंत्रशोथ आहार – लेने लायक भोजन: बिना मसाले का सादा भोजन जो कि पचने में हल्का हो लेना सबसे बढ़िया होता है। यदि आप उल्टी से पीड़ित हैं, तो ब्रेड टोस्ट लेना चाहिए, मतली या उल्टी के एहसास को नीबू, अंगूर, नारंगी की तरह के खट्टे फलों द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। सब्जियों का सूप पाचन तंत्र के लिए अच्छा होता है।

आंत्रशोथ: लक्षण और कारण

आंत्रशोथ लक्षण – पतले, पानी जैसे दस्त, मतली और उल्टी, पेट दर्द, पेट में ऐंठन, भूख ना लगना. आंत्रशोथ कारण – वाइरसेस, बैक्टीरिया, पेरासाइट्स, आहार या दवा में किसी चीज़ के लिए हुई विपरीत प्रतिक्रिया.

आंत्रशोथ: प्रमुख जानकारी और निदान

गैस्ट्रोएन्टेराइटिस बैक्टीरिया द्वारा किया गया आहार-पथ का संक्रमण और सूजन है। इसे पेट के फ्लू या फ़ूड पॉइज़निंग के रूप में भी जाना जाता है।.

कोसों दूर से दवा रिमाइंडर लगाएं और जाने की दवा ली या नहीं

क्या आपके प्रियजनों में कोई रोग से पीड़ित है और इलाज चल रहा है ? और आप दूर रह कर उनके बारे में चिंतित रहते हैं की उन्होंने दवा ली या नहीं? चिंता न करें अब आप दूर से बैठे भी उन्हें दवा के लिए याद दिला सकते हैं। और यह भी जान सकते हैं की उन्होंने दवा ली या         और पढ़ें …

हेल्थ पाई डिजिटल नर्स द्वारा अब आप दवा पर्चा पढ़ सकेंगे

अपने पर्चे पर लिखी दवा और उन्हें सेवन हेतु अनुदेशों के लिए “रिकार्ड्स” मेनू में जा कर अपने पर्चे का फोटो खींच कर दाल दें। इसके उपरांत हेल्थ पाई डिजिटल नर्स उस पर्चे को समझकर एक चिकित्सक के पास प्रमाणित करने के लिए भेज देगी। प्रमाणित होने के बाद आप उस पर्चे का डिजिटल फॉर्म रिकार्ड्स में ही देख सकते हैं।

हेल्थ पाई डिजिटल नर्स से बीपी नियंत्रण में रखें

अत्यधिक बीपी बिना लक्षणों के चुपके चुपके आपके शरीर को निक्सन पहुंचता है। यदि इसे नियंत्रण में न रखा जाये तो मरीज को बहुत समस्या दे सकता है जैसे की अपाहिज कर देना, घातक दिल की बीमारी या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं। अत्यधिक बीपी कई कारणों से हो सकता है जैसे की अधिक वजन, अनुचित भोजन, अधिक नमक का सेवन, धूम्रपान और शराब पीने से भी होता है।