पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

परहेज और आहार

लेने योग्य आहार
  • सेसिम के बीज (जिंक)
  • टमाटर
  • एवोकेडो
  • सब्जियाँ
  • अंडे
  • दूध
  • सोया
  • मछली
  • पनीर
  • चिकन
इनसे परहेज करे
  • शराब
  • पानी (मात्रा घटा दें)
  • रेड मीट
  • वसा युक्त आहार
  • चाय और कॉफ़ी
  • कार्बन युक्त पेय
यदि साथ में पथरी भी हो, तो इनसे परहेज करे
  • फल-बेरियाँ, अंजीर, आलूबुखारा
  • सब्जियाँ-पालक, हरी फलियाँ
  • मेवे और गिरी-बादाम, काजू, और मूंगफली दाने
  • दालें-सोयाबीन, टोफू और अन्य सोया उत्पाद
  • अन्य-कोको, चॉकलेट, और काली चाय।

योग और व्यायाम

  • केगल व्यायाम (अपने मूत्र रोकने की मांसपेशियों को सिकोड़ें, 10 सेकंड तक जोर से रोक कर रखें, फिर ढीला छोड़ें, यह 10 बार दोहराएँ) दिन में 3 से 5 बार करना लाभकारी होता है।
  • पेल्विक (कूल्हों और जननांगों के मध्य का भीतरी भाग) की माँसपेशियों का व्यायाम
योग
  • अर्द्ध मत्स्येन्द्रासन।— YouTube
  • मंडूकासन।
  • परिपूर्ण नावासन।

घरेलू उपाय (उपचार)

  • प्रतिदिन के तरल आहारों को 2000 मिली तक सीमित करें।
  • शराब और कैफीन का प्रयोग बंद करें या सीमित करें।
  • सायंकाल को पेय पदार्थ सीमित लें। अपने रात्रि भोजन के बाद तरल पदार्थ न लें।
  • प्रत्येक 3 घंटों में मूत्रत्याग करने का प्रयास करें।
  • दो बार मूत्रत्याग, सहायक हो सकता है-मूत्रत्याग पश्चात प्रतीक्षा करें और फिर से मूत्रत्याग का प्रयास करें।
  • सक्रिय रहें। ठंडा मौसम और निष्क्रियता मूत्र के अटके रहने के खतरे को बढ़ाते हैं।
  • गर्म रहना और व्यायाम सहायक होते हैं।
  • उचित वजन प्राप्त करें और उसे बनाये रखें।
   
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