![](https://www.mtatva.com/hi/wp-content/uploads/2016/05/herbal-tea-1410565_1280-1024x683.png)
![पाचन और कब्ज, चाय, आयरन](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/digestion-and-constipation-tea-iron-8.png)
भोजन के तुरंत पश्चात चाय या कॉफ़ी लेने से परहेज करें क्योंकि ये भोजन से लौह तत्व लेने में बाधा उत्पन्न करते हैं।
![पाचन और कब्ज, जल की उचित मात्रा, चाय](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/digestion-and-constipation-hydration-tea-27.png)
चाय और कॉफ़ी शरीर में एसिड को बढ़ाते हैं। इनके सेवन के पहले एक गिलास जल का सेवन करना नुकसान को कम करता है।
![दमा, चाय](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/asthma-tea-52.png)
दमे का दौरा आने पर और इनहेलर उपस्थित ना होने पर, कुछ कप कॉफ़ी, चाय, गर्म चॉकलेट, या चॉकलेट बार का सेवन आजमाएँ। कैफीन आपके हवा मार्गों को खोलने में सहायक होता है।
![बीपी, चाय](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/high-blood-pressure-tea-78.png)
रक्तचाप की आरम्भिक या मंद स्थिति वाले व्यक्तियों में अपने आहार में प्रतिदिन गुड़हल की चाय नियमित रूप से लेने से रक्तचाप कम करने में मदद मिलती है।
![चाय, पांवों की देखभाल, रक्त संचरण](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/tea-feet-care-blood-circulation-153.png)
ग्रीन टी ठन्डे पैरों के लिए मूल्यवान प्राकृतिक उपचार माना जाता है। ग्रीन टी का सेवन, पैरों सहित, पूरे शरीर में रक्त ले जाने वाली वाहिनियों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
![अदरक, पाचन और कब्ज, चाय, घरेलू उपाय](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/ginger-digestion-and-constipation-tea-home-remedy-158.png)
पाचनशक्ति को सुधारने और पाचन सम्बन्धी समस्याओं को कम करने के लिए आपको अपने आहार में अदरक शामिल करना चाहिए। यह भोजन पचाने के लिए आवश्यक पाचक रसों और एंजाइम के प्रवाह को उत्प्रेरित करती है. प्रतिदिन अदरक युक्त चाय पीना सहायक होता है।
![चाय, एंटीऑक्सीडेंट, स्वस्थ ह्रदय, कोलेस्ट्रॉल, पाचन और कब्ज, रक्त संचरण, शुगर](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/tea-antioxidant-food-healthy-heart-care-cholesterol-digestion-and-constipation-blood-circulation-sugar-169.png)
ग्रीन टी में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो ह्रदय और रक्तवाहिनियों की भीतरी परत का निर्माण करने वाली कोशिकाओं की शक्ति बढ़ाते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड स्तर को कम करने में मदद करते हैं। ग्रीन टी शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में और मेटाबोलिज्म को उन्नत करने में सहायता करती है।
![चाय, दमा, घरेलू उपाय](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/tea-asthma-home-remedy-177.png)
सामान्य कॉफ़ी का कैफीन दमा के दौरे को नियंत्रित करने में मदद करता है क्योंकि यह नसों को फैलाता है। गर्म कॉफ़ी हवा आने-जाने के मार्ग को साफ करती और आराम देती है और आपको साँस लेना आसान बनाती है। कॉफ़ी जितनी कड़क होगी, उतने बढ़िया परिणाम मिलेंगे। लेकिन एक दिन में तीन कप से ज्यादा कॉफ़ी ना पियें।
![तनाव प्रबंधन, चाय, एंटीऑक्सीडेंट](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/stress-management-tea-antioxidant-food-301.png)
जब भी आप तनाव का अनुभव करें, एक कप चाय पीने के लिए विराम लें। ग्रीन टी में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर और मन पर शांतिकारक प्रभाव डालते हैं। इसमें एक अमीनो एसिड भी होता है जो आराम बढ़ाता है और एकाग्रता व लक्ष्य सुधारता है।
![चाय, वजन घटाने के उपाय, एंटीऑक्सीडेंट](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/tea-weight-loss-antioxidant-food-323.png)
पूरी तरह प्राकृतिक ग्रीन टी पीना अपने वजन कम करने की गति तेज करने और स्वास्थ्य को उन्नत करने का बढ़िया तरीका है। इसमें ना केवल आपके मेटाबोलिज्म को तीव्र करने की क्षमता होती है, बल्कि इसमें केटेचिंस की, जो कि पौधों में पाया जाने वाला एंटीऑक्सीडेंट है और दिल के रोगों और कुछ कैंसर को विरुद्ध बचाव में उपयोगी होता है, भी प्रचुर मात्रा होती है। दिन भर के दौरान कुछ कप ग्रीन टी पियें ताकि आपको इसके सारे चमत्कारी फायदे मिल सकें।
![गर्मी में देखभाल, चाय](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/tips-for-summer-tea-336.png)
गर्मी की लू से शरीर को होने वाली पानी सम्बन्धी क्षति से बचाव के लिए आमतौर पर ली जाने वाली अपनी चाय या कॉफ़ी को त्याग दें। कैफीन हमारे गुर्दों पर मूत्रवर्धक की तरह काम करता है, और हमारे शरीर को आवश्यक तरल से वंचित करता है। यह मूत्राशय को उत्तेजित भी करता है और मूत्रालय तक बार-बार जाने की आवश्यकता पैदा करता है। तो अपनी गर्मी के समय को मूत्रालय की खोज में क्यों लगाएँ? इसके बजाए पानी या अन्य तरल पियें।
![चाय, दूध](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/tea-milk-359.png)
कॉफ़ी प्राकृतिक रूप से नसों को फ़ैलाने वाले पदार्थ का कार्य करती है जो साँस लेने वाली मांसपेशियों को आराम देने और उन्हें साफ़ करने में मदद करता है। सीमित मात्रा में ब्लैक कॉफ़ी का प्रयोग (दूध और शक्कर के बिना दिन में तीन बार) दमे के रोगियों को कुछ आराम देने में मदद करता है। कैफीन की नियमित खुराक ठण्ड के मौसम में और धूल भरे दिनों में बहुत प्रभावी होता है।
![अदरक, चाय, गले की पीड़ा हेतु घरेलू चिकित्सा](https://www.mtatva.com/health/tips/hin/ginger-tea-sore-throat-remedy-365.png)
अदरक को रामबाण औषधि माना जाता है। अदरक की चाय आपके गले की पीड़ा को हरने का और आपको बेहतर एहसास करवाने का बढ़िया तरीका है। अदरक में फफूंदरोधी और बैक्टीरियारोधी गुण होते हैं जो गले की पीड़ा से मुकाबला करते हैं। अदरक औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसलिए, अदरक की चाय पीना गले की पीड़ा से छुटकारा पाने के तरीकों में बढ़िया तरीका है।