विटामिन D की कमी: लक्षण और कारण

विटामिन D की कमी – लक्षण – थकावट, लम्बे समय से बना हुआ दर्द, वजन का बढ़ना, माँसपेशियों में दर्द, कमजोरी, और ऐंठन, नींद में व्यवधान. विटामिन D की कमी – कारण – सूर्य के प्रकाश से सम्पर्क की कमी, गहरी त्वचा, कुछ विशेष चिकित्सीय समस्याएँ.

विटामिन D की कमी: प्रमुख जानकारी और निदान

आपको विटामिन D की कमी हो सकती है, यदि आप लम्बे समय तक सूर्य के प्रकाश में नहीं रहते हैं, और विटामिन D से समृद्ध आहार नहीं लेते हैं।.

टांसिलाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

टांसिलाइटिस रोकथाम – धूम्रपान ना करें। शीतल पेय और आइसक्रीम ना लें। जो रोगी हैं उनके साथ निकट संपर्क में ना आएँ। हाथों को उचित प्रकार से धोएँ।.

टांसिलाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

टांसिलाइटिस आहार – लेने योग्य आहार: नर्म आहार जैसे प्लेन पास्ता, चावल, दही, और पुडिंग जो कि निगलने में आसन और आरामदायक होते हैं। स्वास्थ्यवर्धक पेय पीयें जैसे कि कुनकुना पानी, नीबू और शहद का रस। पानी अधिक मात्रा में लें, इससे आपके गले की सूजन को नर्म करके आराम पहुँचाने में सहायता होती है।

टांसिलाइटिस: लक्षण और कारण

टांसिलाइटिस लक्षण – तेज बुखार और कंपकंपी। सिरदर्द। बहती नाक। कमजोर भूख। कमजोरी। छींकना और खाँसना।. टांसिलाइटिस कारण – वायरस और बैक्टीरिया।.

टांसिलाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

टॉन्सिल्स का संक्रमण टांसिलाइटिस कहलाता है।.

साईन्यूसाईटिस: रोकथाम और जटिलताएं

साईन्यूसाईटिस रोकथाम – प्रतिवर्ष फ्लू का टीका लगवाएँ। तनाव कम करें। अपनी नाक और साइनस में नमी बढ़ाने के लिए ह्युमिडिफायर (नमी देने वाला यन्त्र) का प्रयोग करें।.

साईन्यूसाईटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

साईन्यूसाईटिस आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: संक्रमण के दौरान सीमित मात्रा में खाएँ, आहार में साबुत अनाज, फलियाँ, दालें, हलकी पकी सब्जियाँ, सूप, और शीतलन की प्रक्रिया से बने तेल (जैतून का तेल), शिमला मिर्च, लहसुन, प्याज़, और हॉर्सरैडिश अपने सूप और आहार में शामिल करें, ये अतिरिक्त म्यूकस को पतला करके निकलने में सहायक होते हैं। अच्छी तरह साफ पानी अधिक मात्रा में पियें।

साईन्यूसाईटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

साईन्यूसाईटिस साइनस की सूजन है।.

साईन्यूसाईटिस: लक्षण और कारण

साईन्यूसाईटिस लक्षण – भरी या बहती नाक। म्यूकस के साथ खाँसी। बुखार। गंध और स्वाद की अनुभूति ना होना।. साईन्यूसाईटिस कारण – वायरस। बैक्टीरिया । फफूंद।.