अपेन्डिसाइटिस: लक्षण और कारण

अपेन्डिसाइटिस लक्षण – तीव्र दर्द जो आपकी नाभि के आसपास से शुरू होता है और अक्सर आपके पेट के निचले दाहिने हिस्से की तरफ खसक जाता है। जब आप अपने पेट के निचले दाहिने हिस्से पर दबाव डालते हैं तो पीड़ा होती है। दर्द जो आपके द्वारा खाँसने, चलने या हिलने डुलने की अन्य गतिविधियों के दौरान बदतर हो जाता है।. अपेन्डिसाइटिस कारण – अपेन्डिसाइटिस का कारण हर मामले में स्पष्ट पता नहीं चल पाता। यह किसी अवरोध या संक्रमण के कारण हो सकता है।.

अपेन्डिसाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

अपेन्डिसाइटिस वह स्थिति है जिसमें अपेंडिक्स फूल कर सूज जाता है और पीप से भर जाता है।.

बेरेट्स इसोफेगस: रोकथाम और जटिलताएं

बेरेट्स इसोफेगस – रोकथाम – अपने भोजन में परिवर्तन करें। वसायुक्त आहार, चॉकलेट, कैफीन, मसालेदार आहार, और पेपरमिंट एसिड के वापस लौटने को बढ़ाते हैं। शराब, कैफीनयुक्त पेय और तम्बाकू ना लें। वजन घटाएँ। वजन का अधिक होना एसिड वापस लौटने के खतरे को बढ़ाता है। बिस्तर के सिरे को ऊँचा रखकर सोएँ।.

बेरेट्स इसोफेगस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

बेरेट्स इसोफेगस – आहार – लेने योग्य आहार: एंटीऑक्सीडेंट की प्रचुरता युक्त आहार जैसे मटर, गाजर, सेब, स्क्वेश, या ब्रोकोली को शामिल करें। अपने ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा को मछली, अखरोट, अलसी के ताजे बीज और सोया पदार्थों के सेवन से बढ़ाएं। स्वास्थ्यवर्धक आहार जैसे साबुत अनाज और दलिया, वसारहित डेरी उत्पाद, फल और सब्जियाँ, और पोल्ट्री उत्पाद तथा मछली।

बेरेट्स इसोफेगस: लक्षण और कारण

बेरेट्स इसोफेगस – लक्षण – बार-बार होने वाली सीने की जलन। भोजन निगलने में कठिनाई और दर्द। छाती में दर्द।. बेरेट्स इसोफेगस – कारण – लम्बे समय से बना हुआ जीईआरडी खतरे का प्राथमिक सूचक है।.

बेरेट्स इसोफेगस: प्रमुख जानकारी और निदान

बेरेट्स इसोफेगस ऐसी स्थिति है जिसमें इसोफेगस (आहारनलिका), माँसपेशियों से बनी नली जो आहार और तरल पदार्थों को मुँह से पेट तक ले जाती है, के ऊतकों की परतें आंतों की परतों से मिलते-जुलते ऊतकों द्वारा विस्थापित कर दी जाती हैं। इस प्रक्रिया को इन्टेस्टीनल मेटाप्लेसिया कहते हैं।.

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): रोकथाम और जटिलताएं

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – रोकथाम – शराब और धूम्रपान ना करें। अपने हाथ उचित प्रकार धोएँ। संक्रमण ना होने दें।.

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – आहार – लेने योग्य आहार: फल और सब्जियाँ (मुख्यतः रेशा युक्त)
, लीन मीट
, पोल्ट्री उत्पाद
,

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): लक्षण और कारण

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – लक्षण – पेट में दर्द, उल्टी में खून, मल में गाढ़ा रक्त, पेट का फूलना, वजन में एकाएक गिरावट, भूख में बदलाव. पेप्टिक अलसर (पेट में छाले) – कारण – हेलिकोबेक्टर पाइलोरी, सूजन रोधी दवाएँ, अनुवांशिकता, धूम्रपान और शराब पीना, मसालेदार भोजन.

पेप्टिक अलसर (पेट में छाले): प्रमुख जानकारी और निदान

पेप्टिक अलसर पेट (गैस्ट्रिक अलसर) या आंत (डियोडेनल अलसर) की परतों में हुए घावों को कहते हैं।.