पेरिकोरोनाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

पेरिकोरोनाइटिस रोकथाम – किसी भी निकलती हुई अक्ल दाढ़ के समय मुँह की अच्छी स्वच्छता रखें ताकि ये निश्चित रहे कि मसूढ़ों के नीचे भोजन कण और जीवाणु इकट्ठे ना हों।.

पेरिकोरोनाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

पेरिकोरोनाइटिस दन्त विकार है जिसमें दाढ़ के समीप स्थित मसूढ़ों के ऊतक, या कोई बाहर निकलता हुआ दांत, सूज जाता है और संक्रमित हो जाता है।.

लेरिन्जाइटिस: लक्षण और कारण

लेरिन्जाइटिस लक्षण – डिस्फोनिया (भारी आवाज) या एफोनिया (बोल ना पाना)। शुष्क, पीड़ा, जलनयुक्त गला। खाँसी होना। डिस्फेजिया (निगलने में कठिनाई)।. लेरिन्जाइटिस कारण – एसिड का आहारनली में वापस लौटना। एलर्जी, अत्यधिक खाँसी, धूम्रपान या शराब का सेवन।.

लेरिन्जाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

लेरिन्जाइटिस आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन सी से समृद्ध आहार। प्रोटीनयुक्त आहार जैसे चिकन और मछली शरीर को संक्रमण से मुकाबला करने के लिए प्रोटीन और जिंक के रूप में निर्माण पदार्थ देते हैं। नीबू के रस का अम्लीय प्रभाव बैक्टीरिया को नष्ट करता है और लेरिन्जाइटिस के विभिन्न लक्षणों को दूर करता है।

लेरिन्जाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

लेरिन्जाइटिस रोकथाम – धूम्रपान ना करें और अन्य लोगों द्वारा धूम्रपान के समय दूर रहें। रात्रि में भारी भोजन और सोने के समय कुछ भी आहार ना लें। ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमण से बचाव बनाए रखें।.

लेरिन्जाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

लेरिन्जाइटिस लेरिंक्स (कंठ-ध्वनियंत्र) की सूजन को कहते हैं।.

जीईआरडी: रोकथाम और जटिलताएं

जीईआरडी रोकथाम – आवश्यक स्वच्छता बनाये रखें। उचित तरीके से बना हुआ और रखा हुआ आहार लें। धूम्रपान त्यागें।.

जीईआरडी: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

जीईआरडी आहार – लेने योग्य आहार: फल जैसे कि सेब (ताजे और सुखाये हुए), सेब का रस, केले, नाशपाती, आडू, तरबूज और खरबूज, स्ट्रॉबेरी, अंगूर। सब्जियाँ जैसे कि भुना आलू, ब्रोकोली, पत्तागोभी, गाजर, सेम, मटर, एस्परेगस, लेट्यूस, शक्करकंद। बिना खाल का चिकन, अंडे की सफेदी, मछली (बिना अतिरिक्त वसा के)।

जीईआरडी: प्रमुख जानकारी और निदान

जीईआरडी क्रोनिक (लम्बे समय से होने वाली) स्थिति है जिसमें पेट के पदार्थ विपरीत दिशा में वापस आहार नली (गले में) में चले जाते हैं और बेचैनी उत्पन्न करते हैं। यह पाचन का विकार है।.

जीईआरडी: लक्षण और कारण

जीईआरडी लक्षण – छाती और/या गले में जलन का अनुभव। निगलने में कठिनाई। सूखी खांसी और अधिक मात्रा में लार आना।. जीईआरडी कारण – खान पान की गलत आदतें।.