टीनिया वर्सीकोलर: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

परहेज और आहार

लेने योग्य आहार
  • आहार में कच्ची सब्जियाँ और फल, साबुत अनाज जैसे ब्रोकोली, हरी फलियाँ, हरी पत्तेदार सब्जियाँ शामिल करें।
  • कच्चे कद्दू के बीज, शक्करकंद, प्याज, खट्टे फल आदि टीनिया वर्सीकोलर के उपचार हेतु बढ़िया हैं।
  • साबुत अनाजों के विभिन्न प्रकार जैसे चावल, पास्ता, ओटमील आदि बढ़िया विकल्प होते हैं।
  • प्रतिदिन लहसुन की दो कच्ची कलियाँ लें क्योंकि लहसुन में अति उत्तम फफूंदरोधी गुण होते हैं।
  • दही प्रतिदिन लिया जाना चाहिए क्योंकि यह शरीर पर उपस्थित बैक्टीरिया और फफूंद के बीच बेहतर संतुलन स्थापित करने में सहायक होता है।
  • जैतून और वनस्पति तेल का प्रयोग करें।
इनसे परहेज करें
  • कॉफ़ी
  • चॉकलेट
  • शक्कर
  • फल
  • डेरी उत्पाद खासकर पनीर और दही।
  • खमीरयुक्त ब्रेड
  • खमीर उठाई हुई कोई भी वस्तु जैसे वाइन।

घरेलू उपाय (उपचार)

  • तेलयुक्त त्वचा सम्बन्धी पदार्थों का प्रयोग ना करें।
  • अपने आप को सूर्य की चपेट से बचाएँ। सूरज की चपेट किसी प्रकरण को उभार सकती है या बदतर कर सकती है, और गहरा रंग धब्बे का दिखना अधिक आसान कर सकता है।
  • यदि आपको धूप में जाना हो, तो जाने के एक-दो दिन पहले से प्रतिदिन फफूंदरोधी शैम्पू लगाएँ।
  • प्रतिदिन सनस्क्रीन लगाएँ। चिपचिपाहट रहित फार्मूला प्रयोग करें जिसका सन प्रोटेक्शन फैक्टर (एसपीएफ़) कम से कम 30 हो।
  • तंग वस्त्र ना पहनें।
  • हमेशा स्वच्छ वस्त्र पहनें जिनमें हवा की आवाजाही भी हो सके, और आवश्यक होने पर प्रतिदिन दो बार स्नान करें। बैक्टीरियारोधी, फफूंदरोधी साबुन से स्नान करें।




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