पार्किन्सन्स: लक्षण और कारण

लक्षण

  • नियंत्रित गतिविथियों का धीमा पड़ना।
  • चेहरे के भावों और आँखों के झपकने में कमी आना।
  • बोलने में एकरूपता होना।
  • पैर घसीटते हुए चलना।
  • झुकी हुई शारीरिक आकृति।
  • निगलने में कठिनाई।
  • अन्गूठे और तर्जनी की “पिल-रोलिंग” गति (गोलाकार)।
  • शरीर में बाहरी किनारों पर जकड़न।
  • थकावट
  • यौन कार्य में कठिनाई।
  • स्मृतिहीनता।
  • कब्ज
  • मूत्र का रुकना।
  • पेरेस्थीसिया-व्यक्ति को त्वचा में जलन, झुनझुनी और सुई चुभने जैसे एहसास होना।
  • दर्द की अनुभूति का घट जाना।

कारण

यह विकार डोपामाइन उत्पन्न करने वाली तंत्रिका कोशिकाओं (डोपामिनर्जिक) की क्षति या उनके नष्ट होने से होता है, जो मस्तिष्क के लिए माँसपेशियों की गति पर नियंत्रण और संयोजन को कठिन कर देता है।
म्युटेशन (जीन के क्रम में बदलाव) भी इस रोग का कारण है। अन्य कारणों में हैं:
  • औषधियाँ, जैसे कि सायकोसिस, अन्य मनोवैज्ञानिक विकार और मतली को ठीक करने वाली दवाएँ।
  • सिर पर लगातार आघात जैसे कि मुक्केबाजी में लगी हुई चोटें।
  • तंत्रिका क्षति के कुछ विकार।




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