बाइपोलर डिसऑर्डर: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

बाइपोलर डिसऑर्डर – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: मछली, अखरोट, अलसी के बीज, सोया आदि में पाया जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षणों को कम करता है। जामुन, रास्पबेरी, और स्ट्रॉबेरी इन सभी में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी होता है। जटिल कार्ब्स जैसे भूरा चावल, होल वीट ब्रेड, और होल ग्रेन पास्ता आपके मस्तिष्क में सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ाता है, यह रसायन अच्छा अनुभव कराने वाले रसायनों में से एक है, जो चिंता को कम करता है और आपको अधिक नियंत्रित बने रहने में सहायता करता है।

बाइपोलर डिसऑर्डर: रोकथाम और जटिलताएं

बाइपोलर डिसऑर्डर – रोकथाम – जीवनशैली में उन आदतों को अपनाएँ जो बेहतर गुणवत्ता की निद्रा प्राप्त करने में मदद करें। शारीरिक रूप से अधिक सक्रिय हों। कोई शौक विकसित करें। शांत रहें और विश्रान्तिदायक व्यायाम करें।.

बाइपोलर डिसऑर्डर: प्रमुख जानकारी और निदान

बाइपोलर डिसऑर्डर, जिसे उन्माद-अवसादी रोग भी कहा जाता है, मस्तिष्क का विकार है जो मिजाज, ऊर्जा, गतिविधि का स्तर, और दिन-प्रतिदिन के कार्यों को करने की क्षमता में असामान्य परिवर्तन उत्पन्न करता है।.

बाइपोलर डिसऑर्डर: लक्षण और कारण

बाइपोलर डिसऑर्डर – लक्षण – बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि व्यक्ति, उन्माद या अवसाद, किस स्थिति में है। ये स्थितियां कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक चलने वाली हो सकती हैं। अत्यंत कम मामलों में, उन्माद और अवसाद दोनों के लक्षण, एक ही समय में तेजी से बदलते हुए होते हैं। इसे मिश्रित प्रकरण या चक्र कहा जाता है।. बाइपोलर डिसऑर्डर – कारण – अनुवांशिकता, जैव विभिन्नता, मस्तिष्क में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रसायनों, जिन्हें न्यूरोट्रांसमीटर्स कहते हैं, में असंतुलन। तनाव, अपमान, अत्यंत बड़ी हानि या आघात के अनुभव आदि भी बाइपोलर डिसऑर्डर में अपनी भूमिका निभाते हैं।.

पार्किन्सन्स: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पार्किन्सन्स आहार – लेने योग्य आहार: उच्च रेशा युक्त आहार जैसे सब्जियाँ, पकी हुई सूखी मटर और फलियाँ (दालें), साबुत अनाज के आहार, चोकर, दलिया, पास्ता, चावल और ताजे फल, पानी अधिक मात्रा में पियें। हलके, मृदु आहार लें (जैसे नमकीन क्रैकर्स या सादी ब्रेड)।

पार्किन्सन्स: रोकथाम और जटिलताएं

पार्किन्सन्स रोकथाम – सावधानी से चलें। विटामिन सी और डी के पूरकों का सेवन। चुस्त बने रहने के लिए नियमित व्यायाम और योग करें।.

पार्किन्सन्स: प्रमुख जानकारी और निदान

पार्किन्सनिस्म तंत्रिका सम्बन्धी विकार समूह है जो कम्पन, गति के धीमेपन, अकड़न तथा शारीरिक भंगिमा के अस्थायित्व से प्रदर्शित होता है।.

पार्किन्सन्स: लक्षण और कारण

पार्किन्सन्स लक्षण – नियंत्रित गतिविथियों का धीमा पड़ना। चेहरे के भावों और आँखों के झपकने में कमी आना। बोलने में एकरूपता होना। पैर घसीटते हुए चलना।. पार्किन्सन्स कारण – यह विकार डोपामाइन उत्पन्न करने वाली तंत्रिका कोशिकाओं (डोपामिनर्जिक कोशिकाओं) की क्षति या उनके नष्ट होने से होता है, जो मस्तिष्क के लिए माँसपेशियों की गति पर नियंत्रण और संयोजन को कठिन कर देता है।.

अवसाद (डिप्रेशन, उदासी): रोकथाम और जटिलताएं

अवसाद (डिप्रेशन, उदासी) – रोकथाम – अवसाद के बारे में पढ़ें। चेतावनी के संकेतों पर ध्यान दें। शराब और अवैधानिक ड्रग्स से बचें।.

अवसाद (डिप्रेशन, उदासी): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

अवसाद (डिप्रेशन, उदासी) – आहार – लेने योग्य आहार: साबुत अनाज।
, प्रोटीन जैसे कि-कम वसा वाला पनीर, मछली, पोल्ट्री उत्पाद, सोया उत्पाद, दही, फलियाँ, और मटर।
, फल और सब्जियाँ।
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