बच्चों में निमोनिया – रोकथाम – निमोनिया का संक्रमण उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया और वायरस के विरुद्ध बच्चों का टीकाकरण।.
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बच्चों में निमोनिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
बच्चों में निमोनिया – आहार – लेने योग्य आहार: यदि आपका बच्चा 12 माह के कम आयु का है तो स्तन दुग्ध या फार्मूला दिया जा सकता है। यदि आपका शिशु 12 माह से अधिक आयु का है तो संपूर्ण दूध दिया जा सकता है। गर्म चाय, लेमोनेड, सेब का रस या चिकन का शोरबा, हवा आने-जाने वाले मार्ग को आराम देता है, और बलगम को ढीला करता है।
बच्चों में निमोनिया: लक्षण और कारण
बच्चों में निमोनिया – लक्षण – खाँसी, बुखार और कंपकंपी। साँस का तेज चलना और साँस लेने में कमी होना। छाती का दर्द।. बच्चों में निमोनिया – कारण – निमोनिया बैक्टीरिया, विभिन्न वायरस और कुछ प्रकार की फफूंद द्वारा होता है।.
बच्चों में निमोनिया: प्रमुख जानकारी और निदान
निमोनिया बैक्टीरिया, वायरस, फफूंद और परजीवियों द्वारा उत्पन्न फेफड़ों का संक्रमण है। यह अल्वेओली की सूजन द्वारा प्रदर्शित होता है।.
फ्लू: रोकथाम और जटिलताएं
फ्लू रोकथाम – टीका लगवाएँ। अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह और नियमित धोएँ। उपयोग किये हुए टिश्यू पेपर का प्रयोग ना करें।.
फ्लू: प्रमुख जानकारी और निदान
फ्लू श्वसन तंत्र (नाक, गले और फेफड़ों) का संक्रमण है।.
फ्लू: लक्षण और कारण
फ्लू लक्षण – बुखार और कंपकंपी। खाँसी और/या गले में खराश। बहती या भरी हुई नाक। सिरदर्द और/या शरीर में दर्द।. फ्लू कारण – फ्लू की उत्पत्ति इन्फ्लुएंजा वायरस द्वारा होती है।.
फ्लू: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
फ्लू आहार – लेने योग्य आहार: सर्दी या फ्लू के दौरान पीने हेतु सबसे उत्तम पेय है पानी क्योंकि यह गले की म्यूकस झिल्लियों को चिकना बनाए रखने में सहायता करता है। सर्दी और फ्लू के दौरान तरल पदार्थों में अन्य बेहतर विकल्प हैं: रस, अदरक का अर्क, औषधीय चाय, शहद और नीबू युक्त चाय, शोरबा, अदरक युक्त चाय, वे आहार जो प्रतिरक्षक तंत्र को उन्नत करने में मदद करते हैं जैसे दही, मछली, अलसी के बीज, अखरोट, जैतून, केनोला और अखरोट का तेल, विटामिन सी से समृद्ध आहार जैसे संतरे, ग्रेपफ्रूट, मिर्च, स्ट्रॉबेरी, टमाटर, अन्नानास, ब्रोकिली, अमरुद आदि भी प्रतिरक्षक तंत्र को मजबूत करते हैं।
इन्फ्लुएंजा (फ्लू): रोकथाम और जटिलताएं
इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – रोकथाम – स्वच्छ रहें और अपने आस-पास स्वच्छता बनाए रखें। खाँसते और छींकते समय अपने मुँह और नाक को टिश्यू से ढंकें।.
इन्फ्लुएंजा (फ्लू): लक्षण और कारण
इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – लक्षण – .बुखार, कंपकंपी, नाक बहना, सिरदर्द, .माँसपेशियों में पीड़ा और शरीर में दर्द, .अतिसार और उल्टी. इन्फ्लुएंजा (फ्लू) – कारण – इन्फ्लुएंजा के विभिन्न वायरस.