बच्चों में निमोनिया: रोकथाम और जटिलताएं

रोकथाम (बचाव)

  • लिखे जाने के बाद एंटीबायोटिक का उचित प्रकार सेवन।
  • अपने बच्चे के आसपास किसी को भी धूम्रपान ना करने दें। धूम्रपान खाँसी या श्वसन को बदतर कर देता है।
  • सर्दी से बचाव।
  • जीवाणुओं के फैलने को रोकने के लिए अपने और अपने बच्चे के हाथों को साबुन से धोते रहें।
  • दूसरों से भोजन, पेय पदार्थ या बर्तन बाँटकर प्रयोग ना करें।
  • निमोनिया का संक्रमण उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया और वायरस के विरुद्ध बच्चों का टीकाकरण।

ध्यान देने की बातें

  • नाखूनों और होंठो का नीला पड़ना।
  • हर साँस के साथ पसलियों के बीच की और गर्दन के आस-पास की त्वचा का भीतर खिंचना।
  • शरीर में पानी की अत्यधिक कमी।

डॉक्टर को कब दिखाएँ

यदि निम्नलिखित स्थितियाँ दिखाई पड़ें तो तुरंत चिकित्सीय सहायता की आवश्यकता है:
  • अत्यधिक या तेज बुखार।
  • लगातार खाँसी चलना।
  • अतिसार और उलटी।
  • श्वास लेने में कठिनाई और छींकना।
  • सूखा मुँह या तड़के होंठ।
  • मूत्र की मात्रा कम या बिलकुल नहीं होना।
  • सोने में कठिनाई।
  • थकावट और भूख कम होना।





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