घरेलू उपाय टिप्स




घरेलू उपाय, सर्दी, खाँसी

स्वयं को वायरल बुखार, सर्दी और खाँसी से बचाने के लिए गीले बालों और नम कपड़ों के साथ किसी वातानुकूलित कमरे में प्रवेश ना करें।

अदरक, घरेलू उपाय, पाचन और कब्ज, सर्दी, रक्त संचरण, गले की पीड़ा हेतु घरेलू चिकित्सा

अदरक का प्रयोग सर्दी को रोकने, गति सम्बन्धी परेशानी को दूर करने, अपच हटाने में किया जाता है और यह उलटी और गले की पीड़ा की घरेलू औषधि भी है। यह खून की गति में भी सहायता करती है।

एंटीऑक्सीडेंट, घरेलू उपाय, एंटीसेप्टिक

लौंग में एंटीऑक्सीडेंट, जीवाणु-रोधी, जगह विशेष पर सुन्न करने वाले, सूजनरोधी, गर्मीदायक, आराम देने वाले, वायुनाशक और वायुरोधक गुण होते हैं।

सौन्दर्य टिप्स, घरेलू उपाय, ककड़ी (खीरा)

ताजी ककड़ी को मोटे टुकड़ों में काटें और उन्हें फ्रिज में 30 मिनट तक ठंडा करें। इन टुकड़ों को काले घेरों पर 10 मिनट के लिए रखें। इसके बाद पानी से धो लें। एक सप्ताह या और अधिक समय तक प्रतिदिन दो बार दोहराएँ।

सौन्दर्य टिप्स, घरेलू उपाय, नीबू, टमाटर

टमाटर में सफाई का गुण होता है, जो काफी हद तक त्वचा में चमक देता है और त्वचा के काले धब्बे कम करता है। चाय का एक चम्मच भर टमाटर के रस में आधा चम्मच नीबू का रस मिलाएँ। इस मिश्रण को धीरे-धीरे धब्बों पर लगाएँ और 10 मिनट लगा रहने दें। फिर पानी से धो डालें। कुछ सप्ताहों तक इस उपचार को दिन में दो बार करें।

सौन्दर्य टिप्स, घरेलू उपाय, नीबू, विटामिन सी

नीबू के रस में उपस्थित विटामिन सी आँखों के नीचे के काले घेरे हटाने में भी सहायक होता है, यह इसके त्वचा को चमक देने वाले गुणों का कमाल है। रुई की सहायता से अपनी आँखों के चारों तरफ नीबू का ताजा रस लगाएँ। 10 मिनट लगा रहने दें और फिर धो डालें। कुछ सप्ताहों तक दिन में एक बार लगाएँ।

सौन्दर्य टिप्स, घरेलू उपाय, सूखे मेवे, विटामिन ई

बादाम का तेल अद्भुत प्राकृतिक वस्तु है जो आपकी आँखों के आस-पास की नाजुक त्वचा के लिए अत्यंत लाभकारी है। बादाम के तेल का नियमित प्रयोग आँखों के नीचे के घेरों को हल्का करने में सहायता करता है। इस कार्य के लिए बादाम के तेल के साथ-साथ आप विटामिन ई के तेल का प्रयोग भी कर सकते हैं।

पांवों की देखभाल, घरेलू उपाय

ठन्डे पैरों की समस्या दूर करने के लिए मालिश करें जो कि गर्मी प्राप्त करने के लिए सबसे आसान और चिकित्सीय तरीका है। यह आपकी उँगलियों तक रक्त संचार को पहुंचाता है। पैरों की नियमित मालिश आपके पैरों को स्वस्थ रखने में और कई प्रकार की समस्याओं से मुक्त रखने में सहायक होती है।

शहद, शिशु देखभाल, सर्दी, घरेलू उपाय, दूध, खाँसी

सामान्य सर्दी खाँसी से पीड़ित एक साल या अधिक उम्र के बच्चों के लिए शहद सुरक्षित उपचार है। एक गिलास गर्म दूध में शहद मिलाकर देने से सूखी खाँसी दूर होती है और छाती के दर्द में आराम मिलता है।

अदरक, पाचन और कब्ज, चाय, घरेलू उपाय

पाचनशक्ति को सुधारने और पाचन सम्बन्धी समस्याओं को कम करने के लिए आपको अपने आहार में अदरक शामिल करना चाहिए। यह भोजन पचाने के लिए आवश्यक पाचक रसों और एंजाइम के प्रवाह को उत्प्रेरित करती है. प्रतिदिन अदरक युक्त चाय पीना सहायक होता है।

अदरक, पाचन और कब्ज, शहद, घरेलू उपाय

पाचनशक्ति को सुधारने और पाचन सम्बन्धी समस्याओं को कम करने के लिए आपको अपने आहार में अदरक शामिल करना चाहिए। यह भोजन पचाने के लिए आवश्यक पाचक रसों और एंजाइम के प्रवाह को उत्प्रेरित करती है। एक कम गर्म पानी में 2 चम्मच अदरक का रस और 1 चम्मच शहद मिलाएँ। इसे दिन में एक-दो बार पियें।

हल्दी, घरेलू उपाय, पांवों की देखभाल

1 चाय का चम्मच भर पिसी हल्दी में गर्म तिल के तेल से बनाया हुआ पेस्ट लगाकर पैरों का दर्द कम किया जा सकता है। इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएँ और हलके से मसलें। 30 मिनट लगा रहने दें फिर कुनकुने पानी से धो लें। आवश्यकता के अनुसार दिन में दो बार करें।

मेथी, जोड़ों का दर्द, घरेलू उपाय

एक चाय का चम्मच भर मेथीदाने रात को गलाएँ। अगली सुबह दाने खा लें और पानी फेंक दें। इसे रोज करें, यह ओस्टियोआर्थराइटिस-जोड़ों और हड्डियों का उम्र सम्बन्धी सूजन और दर्द, में आराम देता है।

जोड़ों का दर्द, शहद, घरेलू उपाय, दालचीनी

दालचीनी जोड़ों के दर्द और सूजन से मुकाबले में सहायता करती है। यह जोड़ों की जकड़न में भी आराम देती है। एक गिलास गर्म पानी में एक चाय के चम्मच भर पिसी दालचीनी और 1 बड़ा चम्मच शहद मिलाएँ। हर सुबह खाली पेट इसे पियें।

जोड़ों का दर्द, शहद, घरेलू उपाय, दालचीनी

दालचीनी जोड़ों के दर्द और सूजन से मुकाबले में सहायता करती है। यह जोड़ों की जकड़न में भी आराम देती है। थोड़े से पानी में पिसी दालचीनी का पेस्ट बनाएँ। थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। इसे प्रभावित क्षेत्र की दिन में 2-3 बार कुछ मिनटों की मालिश के लिए इस्तेमाल करें।

शहद, घरेलू उपाय, त्वचा की देखभाल

शहद में बैक्टीरियारोधक गुण होते हैं जो मुहाँसों को दूर करते हैं। इसका एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल द्वारा उत्पन्न क्षति को रोकने में सहायक होता है। इसके साथ ही, यह मुहाँसों के दाग भी ठीक कर सकता है और आपकी त्वचा को नर्म और चिकना बना देता है।

शहद, त्वचा की देखभाल, घरेलू उपाय, दालचीनी

शहद में बैक्टीरियारोधक गुण होते हैं जो मुहाँसों को दूर करते हैं। इसका एंटीऑक्सीडेंट गुण फ्री रेडिकल द्वारा उत्पन्न क्षति को रोकने में सहायक होता है। आधा चाय का चम्मच भर शहद और एक चम्मच पिसी दालचीनी मिलकर पेस्ट बनाएँ। प्रभावित जगह पर लगाएँ। 10 मिनट लगा रहने दें फिर धो दें। सप्ताह भर तक एक दिन छोड़कर इसे करें।

दाँतों की देखभाल, घरेलू उपाय, आंवले, मसूढ़ों की देखभाल

आँवला घाव भरने की क्रिया और मसूढ़ों को लाभ देने वाले संयोजी ऊतकों के विकास को तेज करता है। इसके अतिरिक्त, यह मुँह को साफ करता है और साँस की बदबू से छुटकारा देता है। प्रतिदिन 1/2 गिलास पानी के साथ 1/2 चम्मच सूखा आँवला चूर्ण लें या एक ताजा आँवला लें।

घरेलू उपाय

दर्द्युक्त घुटने पर ठन्डी पट्टियाँ लगाना दर्द और सूजन को दूर करने का सर्वश्रेष्ठ और आसान तरीका है। ठंडक रक्तवाहिनियों को सिकोड़ देती है, प्रभावित क्षेत्र तक रक्तप्रवाह को कम कर देती है और इस प्रकार सूजन को घटाती है। यह आपको दर्द से भी राहत देती है।

अदरक, घरेलू उपाय, पाचन और कब्ज

अदरक सभी प्रकार की पाचन सम्बन्धी समस्याओं को ठीक करने का अद्भुत घरेलू उपचार है, इनमें फ़ूड पोइसनिंग से होने वाली समस्याएँ भी आती हैं।

पाचन और कब्ज, घरेलू उपाय, मेथी

एक छोटा चम्मच मेथीदाने के साथ एक बड़ा चम्मच भर दही लें। आपको केवल मेथीदाने निगलना हैं, उन्हें चबाना नहीं है। मेथीदाने और दही का सम्मिलित प्रभाव आपको पेटदर्द और उलटी से तुरंत छुटकारा देगा।

घरेलू उपाय, जलने पर घरेलू चिकित्सा

कच्चा आलू अपनी जलन रोधी और ठंडक देने की प्रक्रिया के कारण त्वचा जलने के छोटे-मोटे मामलों का उपचार कर सकता है। यह दर्द से छुटकारा देता है और फफोले पड़ने की संभावना घटाता है। केवल कच्चे आलू का टुकड़ा काटें और जले हिस्से पर रगड़ें, यह निश्चित करें कि आलू से निकला तरल प्रभावित क्षेत्र पर ही लगे।

घरेलू उपाय, सेब, जलने पर घरेलू चिकित्सा, एंटीसेप्टिक

सिरके के संकोचक और जीवाणुरोधी गुण छोटे-मोटे जलने के उपचार में और संक्रमण को रोकने में सहायक होते हैं। सफ़ेद सिरके या सेब के सिरके को समान मात्रा का पानी मिलकर पतला करें। इस मिश्रण से जले हुए हिस्से को धोएँ।

अदरक, दमा, शहद, घरेलू उपाय

अदरक दमा सहित कई रोगों का जाना-माना प्राकृतिक उपचार है। समान मात्रा में अदरक का रस, अनार का रस और शहद मिलाएँ। इस मिश्रण को एक बड़ा चम्मच भरकर दिन में दो या तीन बार लें।

सर्दी, घरेलू उपाय

अंजीर श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखता है और बलगम बाहर निकालकर श्वसन सम्बन्धी समस्याओं को दूर करता है। तीन सूखे अंजीर लें, इन्हें धोएँ और रात भर के लिए एक कप पानी में गला दें। सुबह भूखे पेट ये अंजीर खा लें और उनका पानी पी लें।

चाय, दमा, घरेलू उपाय

सामान्य कॉफ़ी का कैफीन दमा के दौरे को नियंत्रित करने में मदद करता है क्योंकि यह नसों को फैलाता है। गर्म कॉफ़ी हवा आने-जाने के मार्ग को साफ करती और आराम देती है और आपको साँस लेना आसान बनाती है। कॉफ़ी जितनी कड़क होगी, उतने बढ़िया परिणाम मिलेंगे। लेकिन एक दिन में तीन कप से ज्यादा कॉफ़ी ना पियें।

दमा, घरेलू उपाय

मंद दमा ठीक करने के लिए अजवाइन का प्रयोग किया जाता है क्योंकि यह फेफड़ों की ब्रोंकिअल नलिकाओं को फैलाने का कार्य करती है। अजवाइन के बीजों और गुड़ का पेस्ट बनाएँ और इसकी एक या दो चम्मच दिन में दो बार कुछ दिनों तक या लाभ होने तक सेवन करें। मधुमेह के रोगियों के लिए ये उपचार लेने की सलाह नहीं है।

मधुमेह, घरेलू उपाय, दालचीनी, शुगर, इन्सुलिन

पिसी दालचीनी में इन्सुलिन की क्रिया को उत्प्रेरित करके शुगर को नियंत्रित करने का गुण होता है। इसमें जैवसक्रिय तत्व होते हैं जो मधुमेह को रोकने और उससे मुकाबला करने में मदद करते हैं। आधा से एक चम्मच तक पिसी दालचीनी एक कप गर्म पानी में मिलाएँ। इसे रोज पियें।

मधुमेह, घरेलू उपाय, कढ़ी पत्ते

कढ़ीपत्ता मधुमेह को रोकने और नियंत्रित करने में उपयोगी होता है क्योंकि इसमें मधुमेह रोधी गुण होते हैं। ऐसा माना जाता है कि कढ़ीपत्ते में एक तत्व होता है जो मधुमेह के रोगियों में स्टार्च के ग्लूकोस में टूटने की दर को कम कर देता है। आपको प्रतिदिन सुबह केवल 10 पत्ते चबाने होते हैं।

पांवों की देखभाल, घरेलू उपाय, सेब, जैतून का तेल

अपने पैरों और एड़ियों की त्वचा को खुरचना या छीलना मृत त्वचा को हटाने में मदद करता है, और इस प्रकार एड़ियाँ शुष्क पड़ने और फटने से बचाता है। इसके लिए घरेलू स्क्रब बनाने में चावल के आटे का प्रयोग किया जा सकता है। थोड़े से चावल को कुछ चम्मच शहद और सेब के सिरके के साथ मिलाएँ। गाढ़ा होने तक हिलाएँ। यदि आपकी एड़ियाँ बहुत ज्यादा फटी हुई हैं तो एक बड़ा चम्मच जैतून का तेल या बादाम का तेल मिलाएँ।

त्वचा की देखभाल, घरेलू उपाय, आलू

धूप से झुलसी त्वचा के लिए कच्चा आलू शानदार इलाज है।दो-तीन मध्यम आकार के आलुओं का छिलका निकालें, इन्हें टुकड़ों में काटें और ब्लेंडर में डाल कर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को पूरे प्रभावित हिस्से पर भली प्रकार लगाएँ। 30 मिनट सूखने दें और फिर ठन्डे पानी से धो दें।

त्वचा की देखभाल, घरेलू उपाय, दूध, ओटमील

ओटमील में त्वचा को आराम देने का गुण होता है और यह छिद्रों को साफ करने के लिए बढ़िया कार्य करता है। ओटमील पाउडर और छाछ का मिश्रण बनाएँ। इसे झुलसे हिस्सों पर लगाएँ। ओट त्वचा को खुरचने में और छाछ त्वचा को आराम देने में मदद करती है।

घरेलू उपाय, नीबू, जैतून का तेल, कैल्शियम

नीबू के रस और जैतून के तेल का मिश्रण पारंपरिक रूप से पित्ताशय की पथरी निकालने के लिए घरेलू उपचार की तरह प्रयोग किया जाता रहा है, लेकिन इसे गुर्दे की पथरी निकालने के लिए भी प्रयोग किया जा सकता है। नीबू में उपस्थित सिट्रिक एसिड कैल्शियम निर्मित गुर्दे की पथरी को विखंडित करने में मदद करता है और इनका आगे बनना भी रोकता है।

घरेलू उपाय, सर्दी

दिन में कई बार नमक डले पानी से गरारे करना ब्रोंकाइटिस के विभिन्न लक्षणों के उपचार का सबसे बढ़िया तरीका है। केवल एक गिलास गर्म पानी में एक छोटा चम्मच भरकर नमक डालें और इससे गरारे करें।

सौन्दर्य टिप्स, घरेलू उपाय

ब्लैकहैड और मुहाँसों के लिए खाने वाला सोड़ा प्रभावी उपचार है। यह त्वचा को अशुद्धियों जैसे धूल या कचरे से साफ़ करने में मदद करता है। एक-दो चम्मच खाने वाला सोड़ा और थोडा पानी मिलाकर पेस्ट बनाएँ और इसे लगाएँ। कुछ मिनट लगा रहने दें फिर धो दें।

पाचन और कब्ज, घरेलू उपाय, मेथी

एक छोटा चम्मच भरकर मेथीदाने एक बड़ा चम्मच भर दही के साथ निगल लें। मेथीदानों में उपस्थित गोंदनुमा पदार्थ की उच्च मात्रा के कारण, इन्हें दस्त का उपयोगी प्राकृतिक उपचार माना जाता है।

पाचन और कब्ज, घरेलू उपाय, काली मिर्च

काली मिर्च अक्सर पाचन सुधारने, भूख बढ़ाने और पेट सम्बन्धी समस्याओं को दूर करने में प्रयोग की जाती है। ये पेट और आँतों की गैस को भी दूर करती है।

सर्दी, घरेलू उपाय

बलगम से छुटकारा पाने का सबसे बढ़िया और आसान तरीका है भाप लेना। अपने नथुनों से भाप लेना बलगम को पतला कर देता है जिससे उसे शरीर से बाहर निकलना सरल हो जाता है।

सर्दी, घरेलू उपाय, गले की पीड़ा हेतु घरेलू चिकित्सा

गले में बार-बार होने वाले संक्रमण में आराम पाने के लिए, मुँह की सफाई प्रक्रिया का पालन करें। घर से बाहर सलाद ना खाएँ। अधिक समय से रखा हुआ सलाद ना खाएँ। भोजन के बाद तेजी से कुल्ले-गरारे करें।

सर्दी, घरेलू उपाय, गले की पीड़ा हेतु घरेलू चिकित्सा

आइसक्रीम खाने के बाद गले के संक्रमण से बचने के लिए गरारे करें या एक गिलास कुनकुना पानी पियें।

त्वचा की देखभाल, घरेलू उपाय

दही में लैक्टिक एसिड होता है जो त्वचा को धीमे-धीमे खुरचने में मदद करता है और चेहरे से अतिरिक्त तेल की मात्रा को सोख लेता है। एक बड़ा चम्मच भर दही अपने चेहरे पर लगाएँ और 15 मिनट के लिए छोड़ दें। फिर ठन्डे पानी से धो लें। रोजाना एक बार करें।

त्वचा की देखभाल, घरेलू उपाय, संतरा, विटामिन सी

संतरे के छिलके में सिकोड़ने का गुण होता है जो त्वचा के पोरों में जमे तेल और मृत कोशिकाओं को हटाने में सहायक होता है। यह मुहाँसों को भी तेजी से सुखाता है। इसके अलावा संतरे के छिलके का विटामिन सी त्वचा की नई स्वस्थ कोशिकाओं की वृद्धि भी करता है।

लहसुन, घरेलू उपाय, सर्दी

लहसुन गंध और स्वाद के एहसास को बनाए रखने में सहायता करती है। यह नाक को साफ़ करती है और नाक के बंद मार्ग को खोलती है, जिसके कारण आपके सूंघने की ताकत बढ़ा देती है।

हल्दी, घरेलू उपाय, दूध, सूजन कम करना

हल्दी में पाए जाने वाला पीले रंग का पदार्थ, जिसे करक्यूमिन भी कहते हैं, शक्तिशाली सूजनरोधी होता है। इसलिए, दर्द और सूजन दूर करने में हल्दी बहुत प्रभावकारी होती है। यह जोड़ों के तीव्र और दीर्घ दोनों तरह के दर्द को दूर करती है। एक गिलास दूध में एक छोटा चम्मच भर पिसी हल्दी उबालें। थोड़ा सा कच्चा शहद मिलाएँ और दिन में दो बार, कुछ दिनों तक, पियें।

पांवों की देखभाल, घरेलू उपाय, नीबू

नीबू पानी पीने से शरीर का अतिरिक्त तरल और विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं, जिससे शरीर में तरल इकठ्ठा होने के कारण उत्पन्न हुई पैरों और अन्य हिस्सों की सूजन दूर होती है। इसके अलावा यह शरीर में पानी का स्तर उचित बनाए रखता है और सूजनरोधी लाभ देता है।

मेथी, शुगर, रेशेदार आहार, घरेलू उपाय

1 से 2 बड़े चम्मच भर मेथीदाना रात को सोते समय गलाएँ. अगली सुबह, पानी पी लें और भूखे पेट ही मेथीदाने खा लें। इसे रोजाना करें। अपने शुगर को कम करने वाले गुण के कारण, यह शुगर को सहन करने की शक्ति बढ़ाता है और शुगर का स्तर कम करता है। इसके अलावा, इसमें उपस्थित रेशा कार्बोहायड्रेट और शुगर के पचने को धीमा करता है।

घरेलू उपाय, घाव

कपूर में बढ़िया सूजनरोधी गुण होते हैं, जो इसे ऑइंटमेंट और तेलों का प्रिय घटक बनाते हैं। किसी घाव पर कपूर का तेल लगाना घाव भरने की क्रिया को तेज करता है और सूजन घटाता है। कपूर की सहायता से ठीक की जा सकने वाली सामान्य त्वचा समस्याओं में मुहाँसे आते हैं।

घरेलू उपाय, रोग प्रतिरोधक शक्ति कैसे बढ़ाएं, अंडे के पोषक तत्व, विटामिन सी, ओमेगा 3 आहार

अपने खून की प्लेटलेट संख्या की चिंता है? तो विटामिन सी और ओमेगा-3 फैटी एसिड लें। कॉड लीवर आयल, अलसी का तेल, ट्यूना, सैलमन, अंडे और तुलसी के बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होता है। विटामिन सी से भरपूर फल और आहार प्लेटलेट संख्या बढ़ाते हैं और रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं।

अदरक, दमा, शहद, घरेलू उपाय, सूजन कम करना

अदरक दमा का समय-सिद्ध उपचार है। इसके सूजनरोधी गुण हवा आने-जाने के मार्ग की सूजन कम करने में मदद करते हैं और उन्हें सिकुड़ने से रोकते हैं। अदरक के रस, अनार के रस और शहद को समान मात्रा में मिलाएँ। अपने बच्चे को इस मिश्रण की 1 बड़ी चम्मच भर कर दिन में तीन बार दें।

घरेलू उपाय, कान कैसे साफ़ करें, जैतून का तेल

कानदर्द का सबसे बढ़िया उपचार है जैतून का तेल जो चिकनाई वाले तत्व की तरह कार्य करता है और कान के संक्रमणों से छुटकारा देता है। जैतून के गर्म तेल की 3-4 बूंदे कान की नली में डालें। तेल कान के मैल को नर्म कर देगा, जिसे बाद में रुई से निकाला जा सकता है। रुई के फाहे को कान में बहुत भीतर तक ना डालें।

हल्दी, घरेलू उपाय, दूध, खाँसी

अपने सूजनरोधी, बैक्टीरिया रोधी और वायरस रोधी गुणों के कारण हल्दी खाँसी का बेहतरीन उपचार है। एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच पिसी हल्दी मिलाएँ और दिन में दो बार पियें।

पाचन और कब्ज, घरेलू उपाय

बच्चों में पेट की आम समस्याओं जैसे गैस का दर्द के लिए बबून के बीज बढ़िया इलाज हैं क्योंकि इनमें ऐसे रसायन होते हैं जो आँतों की गैस कम करते हैं। यह जड़ी पाचन तंत्र की मांसपेशियों को भी आराम देती है, जिसके कारण पाचन सुधरता है और गैस का बनना बंद होता है।

सर्दी, घरेलू उपाय, गले की पीड़ा हेतु घरेलू चिकित्सा, खाँसी

सामान्य सर्दी-खाँसी और गले की पीड़ा के लिए सेब का सिरका पसंदीदा इलाज है। एक चम्मच सिरका, शहद और गर्म पानी मिलाएँ। इस मिश्रण में कुछ मसली हुई अदरक मिलाने से इसके औषधीय गुण बढ़ जाते हैं। गले की जकड़न, खाँसी और भरी नाक से आराम के लिए दिन में तीन बार इस मिश्रण को एक-एक चम्मच लें।

घरेलू उपाय, दमा

सरसों का तेल दमे का दौरा पड़ने पर तुरंत आराम देता है। इसे दमे के आक्रमण के समय प्राथमिक चिकित्सा की तरह उपयोग किया जा सकता है। थोड़ा तेल गर्म करें। एक चुटकी कपूर मिलाएँ। छाती और पीठ पर लगाएँ और हलकी मालिश करें। दमा के आक्रमण को रोकने के लिए इसे दिन में कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है।

सर्दी, घरेलू उपाय

बंद नाक खोलने के लिए भाप लेना, यह पुराने समय से ज्ञात है। यह किसी वृद्ध व्यक्ति के लिए भी आसान और सुरक्षित है। एक छोटे बर्तन को उबलते गर्म पानी से भरें और स्वयं को तौलिये से ढँक लें। अब इस बर्तन को तौलिये के भीतर लें और इस पर झुक जाएँ। गर्म भाप आपकी साँस आने-जाने वाले मार्ग को साफ़ कर देगी और साँस लेना आसान बना देगी।

घरेलू उपाय, अन्नानास

अन्नानास खाना मांसपेशियों के खिंचाव में आराम देता है। इसमें भारी मात्रा में ब्रोमेलैन नामक एंजाइम होता है, जो मांसपेशियों के खिंचाव को हटाता है।

शहद, त्वचा की देखभाल, घरेलू उपाय, दूध, ओटमील

चश्मे के निशान मिटाने और त्वचा को नमी देने के लिए शहद प्राकृतिक उपचार है। इसके कुछ गुण त्वचा के लिए बढ़िया होते हैं। शहद, ओट्स और दूध का मिश्रण बनाएँ। इसे अपने धब्बों पर लगाएँ। यह आपकी त्वचा को नमी देता और नाक से निशानों को हटाता है। श्रेष्ट परिणाम पाने के लिए इसे नियमित लगाएँ।

घरेलू उपाय, कान कैसे साफ़ करें

आधा कप गर्म पानी में एक चम्मच नमक का मिश्रण कानों को मैल से मुक्त रखने का सबसे आसान तरीका है। अपने सिर को ऊपर की तरफ झुकाकर, रुई की सहायता से इस मिश्रण को अपने कान में डालें। इसी स्थिति में बने रहें ताकि कान का मैल घुल जाए। सिर को पहली स्थिति में ले आएँ ताकि मिश्रण बाहर आ सके।

कान कैसे साफ़ करें, घरेलू उपाय

समान मात्रा में पानी और हाइड्रोजन पेरोक्साइड मिलाकर संतुलित मिश्रण बनाएँ। ड्रॉपर की सहायता से कान में डालें और साफ़ कपड़े से कान का मैल निकालें। यह ध्यान रखें कि मिश्रण डालते समय आपका सिर एक तरफ झुका हो और आप कान का मैल बहुत भीतर जाकर ना निकालें।