पीलिया: प्रमुख जानकारी और निदान

पीलिया क्या है?

पीलिया (जौंडिस) अर्थात त्वचा और आँखों का रंग पीला होना। यह एक चिकित्सीय स्थिति है जिसमें बिलीरुबिन, लाल रक्त कणिकाओं में उपस्थित हीमोग्लोबिन के विखंडन से उत्पन्न पीले रंग का पदार्थ, अत्यधिक मात्रा में रक्त में संचारित होने लगता है (हाइपरबिलिरुबिनेमिया)। बिलीरुबिन की यह अधिक मात्रा त्वचा, आँखों, और मुँह के भीतर स्थित पतली झिल्ली के रंग को पीला कर देती है।

रोग अवधि

ठीक होना कारण पर निर्भर है। एंटीबायोटिक चिकित्सा वाले रोगियों में ये कुछ हफ़्तों तक रह सकता है। जो रोगी लिवर प्रतिस्थापन करवाते हैं, उन्हें ठीक होने में 12 सप्ताह तक लग सकते हैं।

जाँच और परीक्षण

डॉक्टर रोग का निर्धारण रोगी के शारीरिक परीक्षण और चिकित्सीय इतिहास के आधार पर करता है। पीलिया की गंभीरता कई जाँचों से पता चलती है:
  • लिवर फंक्शन टेस्ट
  • रक्त परीक्षण जिसमें बिलीरुबिन की जाँच, सम्पूर्ण रक्त परीक्षण (सीबीसी), हेपेटाइटिस ए, बी, सी की जाँच।
  • आकृति आधारित जाँचें-पेट का अल्ट्रासाउंड, कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन, और/या मैग्नेटिक रेजोनेंस कोलेंजियोपेन्क्रिएटोग्राफी (एमआरसीपी) जाँचें।

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

1. पीलिया क्या है?
पीलिया या इक्टेरस बिलीरुबिन के इकठ्ठा होने के कारण उत्पन्न हुआ ऊतकों का पीलापन है।


2. बिलीरुबिन क्या है?
बिलीरुबिन (जिसे पहले हीमेटोइडिन कहा जाता था), हीम के विखंडन मेटाबोलिस्म से उत्पन्न पीले रंग का पदार्थ है। हीम, हेमोग्लोबिन में पाया जाता है, जो कि लाल रक्त कणिकाओं का मुख्य घटक है। आमतौर पर पुरानी और क्षतिग्रस्त आरबीसी तिल्ली में विखंडित होती हैं और इस प्रकार उत्पन्न हुआ हीम बिलीरुबिन में बदल जाता है।


3. पीलिया के लक्षण क्या हैं?
पीलिया का सर्वव्यापी लक्षण है त्वचा और आँखों के सफ़ेद हिस्से (स्क्लेरा) पर पीलापन होना। आमतौर पर इस पीलेपन की शुरुआत सिर से होती है और पूरे शरीर पर फ़ैल जाती है। पीलिया के अन्य लक्षणों में हैं: खुजली होना (प्रुराइटस), थकावट, पेट में दर्द, वजन में गिरावट, उल्टी, बुखार, सामान्य से अधिक पीला मल और गहरे रंग का मूत्र।


4. आँखों का सफ़ेद हिस्सा (स्क्लेरा) पीला क्यों हो जाता है?
सीरम बिलीरुबिन का आँख के स्क्लेरा में अधिक मात्रा में उपस्थित इलास्टिन नामक प्रोटीन के प्रति आकर्षण होता है। स्क्लेरा में इक्टेरस की उपस्थिति कम से कम (3 ग्राम/डेसीलिटर) मात्रा के सीरम बिलीरुबिन को सूचित करती है।


5. कौन से आहारों को पूरी तरह त्याग देना चाहिए?
तले और वसायुक्त आहार, अत्यधिक मक्खन और सफाईयुक्त मक्खन, माँस, चाय, कॉफ़ी, अचार, मसाले और दालें तथा सभी प्रकार की वसा जैसे घी, क्रीम और तेल का त्याग करना चाहिए क्योंकि इनमें कोलेस्ट्रॉल और फैटी एसिड होते हैं जिनका चयापचय लिवर में होता है। चूंकि पीलिया के दौरान लिवर पर दबाव या जोर होता है, इसलिए रेशेयुक्त आहार, फलों का रस और सादा भोजन ही लिया जाना चाहिए।
 
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