डिस्फेजिया: प्रमुख जानकारी और निदान

डिस्फेजिया क्या है?

डिस्फेजिया निगलने में कठिनाई के लक्षण का चिकित्सीय शब्द है। यह आमतौर पर आपके गले या आहारनली (इसोफेगस- मांसपेशियों से बनी हुई नली जो भोजन और तरल पदार्थों को आपके मुंह के पीछे से आपके पेट तक ले जाती है) की समस्या का संकेत होता है। यह स्थिति आहार नली के आरंभ (फेरिन्क्स) से लेकर पेट तक; तरल, ठोस या दोनों प्रकार के पदार्थों के अवरुद्ध आवागमन का परिणाम होती है।
यह वृद्धों, शिशुओं, और मस्तिष्क या तंत्रिका तंत्र की समस्या वाले व्यक्तियों में अत्यंत सामान्य होती है।
डिस्फेजिया के दो प्रकार होते हैं:
  • ओरोफेरेंजिअल डिस्फेजिया (या उच्च डिस्फेजिया). इसमें समस्या मुंह और/या गले में उत्पन्न होती है। यह तन्त्रिका विकार है और यह अधिक कठिन प्रकार का होता है।
  • इसोफेजिअल डिस्फेजिया (या निम्न डिस्फेजिया)। इस मामले में, समस्या आहारनली में स्थित होती है। कई मामलों में, यह किसी बाधा, अवरोध या उत्तेजना के कारण उत्पन्न होता है। इस प्रकार के डिस्फेजिया के सामान्य मामलों का उपचार आसानी से किया जा सकता है।

रोग अवधि

आमतौर पर स्थिति कुछ दिनों में ठीक हो जाती है।

जाँच और परीक्षण

रोग का निर्धारण शारीरिक परीक्षण के आधार पर होता है और निगलने की समस्या के कारण की पहचान के लिए जांचों की सलाह दी जा सकती है।
  • विपरीत पदार्थ के साथ एक्स-रे (बेरियम एक्स-रे)।
  • डायनामिक स्वालोइंग स्टडी।
  • आपकी आहारनलिका का दृष्टि परीक्षण (एंडोस्कोपी)।
  • आहारनलिका की मांसपेशियों की जांच (मेनोमेट्री)




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