शरीर में जल की उचित मात्रा बनाए रखने की टिप्स




पाचन और कब्ज, जल की उचित मात्रा

सुबह जागने के बाद पानी पीना आंत के सिरे की सफाई, नए खून के निर्माण, वजन में कमी और त्वचा को चमक देने में सहायता करता है। आंत का सिरा, बड़ी आंत का हिस्सा है, जो पचने से बचे रह गए आहार से जल और इलेक्ट्रोलाइट अवशोषित करता है।

वजन घटाने के उपाय, पाचन और कब्ज, जल की उचित मात्रा

भोजन के 30 मिनट पहले जल पीना, पाचन में और वजन कम करने में सहायक होता है।

जल की उचित मात्रा, नीबू

नीबू प्राकृतिक ऊर्जादायक है। यह शरीर को जलयुक्त और ऑक्सीजनयुक्त बनाता है जिससे शरीर ताजा और ऊर्जायुक्त महसूस करता है।

जल की उचित मात्रा, त्वचा की देखभाल

पर्याप्त मात्रा में जल का सेवन आपकी त्वचा को नमी प्रदान करता है, झुर्रियों का आना कम करता है और शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है। प्रतिदन कम-से-कम 8 गिलास जल का सेवन करें।

जल की उचित मात्रा, पाचन और कब्ज

शरीर में जल की पर्याप्त मात्रा आपके अंगों का उचित प्रकार से कार्य करना निश्चित करती है, मेटाबोलिज्म को सुधारती है, आपकी चर्बी की अधिक मात्रा को जलाने में सहायता देती है। जल में कोई कैलोरी नहीं होती।

जल की उचित मात्रा, जोड़ों का दर्द

पर्याप्त मात्रा में जल का सेवन करें। जल, पोषक तत्वों और ऑक्सीजन को कोशिकाओं और विभिन्न अंगों तक जाने को संभव करता है। जल हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है, व्यर्थ पदार्थों को हटाता है और जोड़ों व अंगों की सुरक्षा करता है।

पाचन और कब्ज, जल की उचित मात्रा, चाय

चाय और कॉफ़ी शरीर में एसिड को बढ़ाते हैं। इनके सेवन के पहले एक गिलास जल का सेवन करना नुकसान को कम करता है।

जल की उचित मात्रा, मस्तिष्क

मस्तिष्क जल को इकठ्ठा करके नहीं रख सकता, इसलिए बार-बार जल पीना आवश्यक है। एक मुरझाया, कुम्हलाया और सूखा मस्तिष्क, भली प्रकार जलयुक्त मस्तिष्क के मुकाबले, अपनी पूरी कार्यक्षमता से कार्य नहीं कर सकता।

जल की उचित मात्रा, गुर्दे

गुर्दे की पथरी को रोकने के लिए, दिन में अधिक मात्रा में, लगभग दो लीटर तक, पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें।

जल की उचित मात्रा, सूजन कम करना

प्रतिदिन कुछ गिलास तांबा मिश्रित जल पीना आर्थराइटिस और अन्य सूजनयुक्त दर्द में अत्यंत राहत प्रदान करता है। तांबे में अत्यंत शक्तिशाली सूजनरोधी गुण होते हैं। यह शरीर में सूजन के कारण होने वाले दर्द को दूर करता है।

जल की उचित मात्रा, पाचन और कब्ज, नीबू

कुनकुना पानी और नीबू का शरबत पीना आपके शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है, यह आपके पाचन तंत्र को साफ़ करने में भी मदद करता है जिसके कारण आम पाचन समस्याएँ जैसे अपच और कब्ज दूर होते हैं।

जल की उचित मात्रा, वजन घटाने के उपाय, ककड़ी (खीरा)

ककड़ी में जल का हिस्सा अधिक मात्रा में होता है और कैलोरी अत्यंत कम होती है। भोजन में अतिरिक्त कैलोरी जोड़े बिना ये आपका पेट भरने में मदद करती है।

जल की उचित मात्रा

दर्द के साथ मूत्रत्याग की समस्या को ठीक करने के लिए अपने जल के सेवन की मात्रा बढ़ाएं। पानी आपके शरीर से संक्रमणकारक बैक्टीरिया और विषैले तत्वों को बाहर निकालकर समस्या को दूर करता है।

जल की उचित मात्रा, भोजन में खनिज पदार्थ, स्वास्थ्यवर्धक आहार, तरबूज, कैल्शियम, पोटैशियम

तरबूज आपके द्वारा खाए जाने वाले सबसे अधिक जलयुक्त फलों में से एक है। इसमें जल की पूर्ति हेतु आवश्यक साल्ट जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम और सोडियम होते हैं जो शरीर में जल की पर्याप्त मात्रा बनाए रखते हैं और डिहाइड्रेशन की संभावना को काफी हद तक घटाते हैं।

स्वास्थ्यवर्धक आहार, जल की उचित मात्रा, रेशेदार आहार, भोजन में खनिज पदार्थ, विभिन्न विटामिनों से समृद्ध आहार, बढ़ती उम्र रोकना, स्वस्थ ह्रदय, विटामिन सी, पोटैशियम

शरीर में पानी की मात्रा उचित बनाए रखने के लिए सभी प्रकार की बेरियाँ बढ़िया हैं किन्तु 92 प्रतिशत जल के साथ स्ट्रॉबेरी सर्वोत्तम है। इनमें विटामिन सी, पोटैशियम, रेशा और फोलिक एसिड भी होता है। स्ट्रॉबेरी बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने से लेकर दिल की नसों को ठीक रखने जैसे कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ देती है।

जल की उचित मात्रा, गुर्दे

कम मात्रा में पानी का सेवन आपके गुर्दों को अत्यंत क्षति कर सकता है और आपको गुर्दे की पथरी होने के खतरे पर ला सकता है। पानी पीना गुर्दों के द्वारा मेटाबोलिक अपशिष्ट निकालने में मदद करता है वर्ना ये कण के रूप में इकट्ठे होकर पथरी बन जाते हैं।

गर्मी में देखभाल, जल की उचित मात्रा, दूध

गर्मीं के दिनों में छाछ का सेवन करना डिहाइड्रेशन और थकावट से मुकाबला करने का बेहतर तरीका है। पानी और इलेक्ट्रोलाइट की भरपूर मात्रा से युक्त, छाछ का एक गिलास आपके शरीर में जल की पूर्ति करता है। यह मसालेदार आहार लेने के बाद पेट को शांत करता है और पाचन में सहायता करता है। अपने आहार में छाछ को शामिल करके आप पसीने, थकावट, माँसपेशियों की ऐंठन, उबकाई और सिरदर्द को काफी हद तक दूर कर सकते हैं और यह स्वस्थ त्वचा के लिए भी काफी अच्छी होती है। इसलिए गैस वाले शीतल पेय पीने के स्थान पर एक या दो गिलास छाछ पीना शुरू करें।

गर्मी में देखभाल, जल की उचित मात्रा

दिन के दौरान बार-बार उपयोग की जा सकने वाली पानी की बोतल अपने साथ रखें। हर बार पानी की नई बोतल खरीदना प्लास्टिक के कचरे को बढ़ाता है। अपने शरीर में जल की मात्रा पर्याप्त बनाए रखें।