ग्लूकोमा (आँख में दबाव): प्रमुख जानकारी और निदान

ग्लूकोमा (आँख में दबाव) क्या है?

  • ग्लूकोमा आँख की बीमारी है जिसमें आँख के भीतर स्थित तरल का दबाव (इंट्राओकुलर प्रेशर) बढ़ जाता है। यदि इसे बिना उपचार के छोड़ दिया जाये तो व्यक्ति दृष्टि खोता जाता है और दृष्टिहीन भी हो सकता है। दबाव में वृद्धि से, आँख से मस्तिष्क तक सन्देश ले जाने वाली नस, ऑप्टिक नर्व, क्षतिग्रस्त हो जाती है।
  • ग्लूकोमा को दृष्टि का मूक अपराधी कहा जाता है। सामान्यतया यह दोनों आँखों को प्रभावित करता है।
  • ग्लूकोमा के चार प्रमुख प्रकार हैं:
  1. ओपन-एंगल (क्रोनिक-दीर्घ) ग्लूकोमा।
  2. एंगल क्लोसर (एक्यूट-तीव्र) ग्लूकोमा।
  3. जन्मजात ग्लूकोमा।
  4. द्वितीयक ग्लूकोमा।
Glaucoma

रोग अवधि

  • रोग के प्रकार, और ली गई चिकित्सा के आधार पर, ठीक होने का समय बदलता है।
  • यदि पारम्परिक शल्यक्रिया हो तो एक सप्ताह से अधिक का समय लगता है।
  • यदि लेज़र द्वारा शल्यक्रिया हुई हो, तो रोगी अपनी सामान्य गतिविधियों को शल्यक्रिया के अगले दिन से ही कर सकता है।

जाँच और परीक्षण

  • आँख के भीतरी दबाव को मापना (टोनोमेट्री)।
  • दृष्टि क्षेत्र का परीक्षण।
  • पेचिमेट्री (कॉर्निया की मोटाई को नापना)।
  • गोनियोस्कोपी
  • ओफ्थाल्मोस्कोपी

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

Q1. मुझे उच्च रक्चाप पता चला है; क्या इससे मेरी आंख का दबाव प्रभावित होगा?

यदि आपका रक्तचाप बढ़ता है तो आपकी आंख का भीतरी दबाव तुरंत बढ़ सकता है। तब आपकी आँख इसके लिए प्रयत्न करके स्वयम पर के दबाव को उसके सामान्य स्तर तक लाएगी। हालाँकि, लम्बे समय तक बढ़ा हुआ रक्तचाप आपकी आँख में प्रवाह को घटा सकता है जो कि ग्लूकोमा के लिए हानिकारक होता है।  

Q2. ग्लूकोमा में दृष्टिक्षेत्र की हानि क्यों होती है?

ऑप्टिक नर्व की महीन शिराओं का बढ़ता हुआ नुकसान धीरे-धीरे दृष्टि क्षेत्र के नुक्सान और आखिरकार दृष्टि के नुकसान अर्थात दृष्टिहीनता में बदल जाता है। हालाँकि, ग्लूकोमा के अधिकतर रूपों में रोग के काफी बढ़ जाने तक रोगी को लक्षणों का पता नहीं चलता। रोगी को परिधीय दृष्टि की शुरुआती हानि समझ में नहीं आती, और धीरे बढ़ने के कारण इसको समझ पाना बगैर खास जाँचों के लगभग नामुमकिन है। ग्लूकोमा में नाक के परिधीय दृष्टि क्षेत्र की हानि सबसे पहले होती है। बढ़ते हुए परिवर्तनों और दृष्टि क्षेत्र के दोषों के सन्दर्भ में इनको संभालना ग्लूकोमा के रोगी के मामले में सबसे कठिन कार्य है।  

Q3. क्या उपचार के बाद मेरी दृष्टि वापस आ जाएगी?

दुर्भाग्यवश, ग्लूकोमा के कारण हुआ दृष्टि का कोई भी नुकसान स्थाई होता है और वापस नहीं आ सकता। यदि शुरुआती चरण में ही पता चल जाये तो ग्लूकोमा को नियंत्रित किया जा सकता है और आगे का नुकसान थोड़ा या बिलकुल ना के बराबर हो सकता है। यदि बिना उपचार छोड़ दिया जाये तो पहले परिधीय दृष्टि, बाद में केंद्र की दृष्टि प्रभावित होगी और दृष्टिहीनता हो सकती है। इसलिए आँखों की नियमित सुरक्षात्मक जाँच आवश्यक और महत्वपूर्ण हैं।  

Q4. यदि मेरी आँख का दबाव ज्यादा है तो क्या मुझे ग्लूकोमा हो सकता है?

ये आवश्यक नहीं है। आँख के बढ़े दबाव वाले हर व्यक्ति को ग्लूकोमा नहीं होता। कुछ लोग आँख के बढ़े दबाव को अन्य लोगों से बेहतर सहन कर सकते हैं। साथ ही, दबाव का कोई स्तर किसी व्यक्ति के लिए अधिक हो सकता है जबकि अन्य लोगों के लिये वह सामान्य होता है।  

Q5. क्या आँख में बढ़ते दबाव के साथ मुझे ग्लूकोमा उत्पन्न हो सकता है?

जी हाँ। ग्लूकोमा बिना आँख के दबाव के बढ़े हुए भी उत्पन्न हो सकता है। ग्लूकोमा के इस रूप को कम-दबाव या सामान्य-दबाव वाला ग्लूकोमा कहते हैं। यह ओपन-एंगल ग्लूकोमा जितना आम नहीं है।    
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