पित्ताशय की पथरी: लक्षण और कारण

लक्षण

पित्ताशय की पथरी से पीड़ित कई लोगों में किसी भी प्रकार के लक्षण नहीं होते। आमतौर पर लक्षणों की शुरुआत तब होती है जब एक या अधिक पथरी आपके पित्ताशय से निकलकर पित्त नलिका में आ जाती है, जहाँ यह अटक या फंस जाती है। इसके कारण एकाएक तीव्र दर्द होता है, जिसे पित्ताशय का दर्द (बिलियरी कालिक) कहते हैं, और इसके कारण होने वाली सूजन को पित्ताशय की सूजन (कोलीसिस्टाइटिस) कहा जाता है।
पित्ताशय की पथरी के सामान्य लक्षणों में हैं:
  • आपके दाहिनी तरफ पेट के समीप हिस्से में और पीछे पीठ में एकाएक तीव्र दर्द होना जो कि कई घंटों तक बना रहता है।
  • बीमार अनुभव करना।
  • तेज बुखार, कंपकंपी और पसीना आना।
  • त्वचा और आँखों के सफ़ेद हिस्से का पीला पड़ना (पीलिया)।
  • मिट्टी के रंग का मल और चाय के रंग का मूत्र।
  • मतली और उल्टी।

कारण

पित्त की उत्पत्ति करने वाले पदार्थों में हुए असंतुलन से पित्त की पथरी का निर्माण होता है। यदि पित्त में कोलेस्ट्रॉल और बिलीरुबिन की अत्यधिक मात्रा हो या पित्त लवणों की पर्याप्त मात्रा ना हो तो पित्त की पथरी निर्मित होती है। कई कारक इकट्ठे होकर पित्त की पथरी का निर्माण कर सकते हैं, जिनमें हैं :
  • अनुवांशिकता
  • मोटापा
  • पित्ताशय में गति का घट जाना।
  • उच्च कैलोरी युक्त आहार।
  • क्लोनोर्किस या अस्कारिस जैसे परजीवी।




पित्ताशय की पथरी, पथरी, गुर्दे की पथरी, पित्ताशय में पथरी होना, निष्क्रिय पथरी, पेट के उपरी हिस्से में दर्द, pathri rog, pathri ke lakshan aur karan, pathri ke lakshan in hindi, pathri symptoms in hindi, Gall stones in hindi, Gall stones treatment in hindi,

3 thoughts on “पित्ताशय की पथरी: लक्षण और कारण

Comments are closed.