एंगुलर चेइलिटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

परहेज और आहार

लेने योग्य आहार
  • विटामिन बी2 (राइबोफ्लेविन): इसके मुख्य भोज्य स्रोत हैं दूध और डेरी उत्पाद, दलिया, माँस (खासकर अंगों का माँस) और कुछ प्रकार की हरी पत्तेदार सब्जियाँ।
  • विटामिन बी3 (नायसिन): इसके प्रमुख भोज्य स्रोतों में मूंगफली, चावल, फलियाँ, लिवर, गुर्दा, भोज्य खमीर, एवोकेडो, मछली, अंडे और लीन मीट्स हैं।
  • विटामिन बी6 (पायरिडोक्सिन): मुख्य भोज्य स्रोत में खमीर, भूरा चावल, सूरजमुखी के बीज, चावल, सोयाबीन्स, मेवे, अंडे की जर्दी, केले, लिवर, गेहूँ का चोकर, मछली, चिकन, आलू, फूलगोभी, पत्तागोभी, और एवोकेडो।
  • आयरन से समृद्ध आहार: पत्तागोभी, केल, अंडे, पालक, शक्तियुक्त दलिया, अंजीर।
  • जिंक के समृद्ध आहार: मूंगफली दाने, चॉकलेट, कद्दू के बीज, गेहूँ का चोकर।
इनसे परहेज करें
  • रिफाइंड और प्रोसेस्ड आहार, मसालेदार आहार और वसायुक्त आहार।
  • शक्कर और नमक की अधिकता युक्त भोजन।

घरेलू उपाय (उपचार)

  • अपने होंठों को नमक के पानी में कुछ मिनट के लिए डुबोकर रखना सहायक होता है क्योंकि यह ठीक होने की अवधि को घटाता है।
  • होठों पर शहद या नीबू लगाना सहायक होता है।
  • अधिक मात्रा में पानी पीने से आपके रोग को ठीक होने में सहायता मिलती है। यह आपके शुष्क और खुरदुरे होठों पर उचित प्रभाव डालता है। प्रतिदिन लगभग 10 से 12 गिलास पानी पियें।
  • मुँह के तड़के हुए हिस्सों पर एलो वेरा जेल लगाने से दर्द को कम करने में सहायता मिलती है।
  • शुष्कता को रोकने के लिए मॉइस्चराइजर लिप बाम का प्रयोग करें।




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