क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): लक्षण और कारण

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – लक्षण – लम्बे समय से बनी हुई (क्रोनिक) खाँसी। खाँसी के साथ बलगम (सफ़ेद, पीला या हरा) आना। साँस लेने में कठिनाई जो व्यायाम करने पर और बदतर हो जाती है। साँस लेने पर आवाज होना।. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – कारण – धूम्रपान (तम्बाकू का प्रयोग)। भीतरी वायु प्रदूषण (जैसे कि भोजन बनाने और घर गर्म करने के लिए जैविक ईंधन का प्रयोग)। बाहरी वायु प्रदूषण।.

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – आहार – लेने योग्य आहार: कम वसा प्रोटीन युक्त आहार जैसे माँस पतले टुकड़े, पोल्ट्री और मछली। साबुत अनाज के आहार जैसे होल ग्रेन ब्रेड, चोकर, भूरा चावल, और ओट्स। ये आहार रेशे से भरपूर होते हैं, जो पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली को उन्नत करने में सहायक होते हैं। ताजे फल और सब्जियाँ। इनमें आवश्यक विटामिन्स, खनिज और रेशे होते हैं, जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): रोकथाम और जटिलताएं

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – रोकथाम – सीओपीडी को रोकने का श्रेष्ठ तरीका धूम्रपान बंद करना और रासायनिक धुएँ और धूल की चपेट में ना आना है।.

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): प्रमुख जानकारी और निदान

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) केवल एक रोग नहीं है बल्कि यह फेफड़ों के दीर्घकालीन रोगों को दर्शाने वाला चिकित्सीय शब्द है, इन रोगों का नाम ब्रोंकाइटिस और एम्फायसेमा है जो फेफड़ों में हवा के आने-जाने को सीमित करते हैं।.

स्वाइन फ्लू: रोकथाम और जटिलताएं

स्वाइन फ्लू – रोकथाम – साबुन और पानी से अपने हाथ नियमित धोएँ। नियमित रूप से स्वच्छता किये जाने को निश्चित करें। खांसते और छींकते समय मुँह और नाक को ढंकें।.

स्वाइन फ्लू: प्रमुख जानकारी और निदान

स्वाइन फ्लू कई प्रकार के स्वाइन इन्फ्लुएंजा वायरस में से किसी एक द्वारा उत्पन्न संक्रमण है। इसे पिग इन्फ्लुएंजा, स्वाइन फ्लू, हॉग फ्लू, और पिग फ्लू भी कहते हैं।.

स्वाइन फ्लू: लक्षण और कारण

स्वाइन फ्लू – लक्षण – बुखार, कंपकंपी, गले में खराश, खाँसी. स्वाइन फ्लू – कारण – संक्रमण के चिन्ह और लक्षण उत्पन्न करने के लिए स्वाइन फ्लू का वायरस जिम्मेदार होता है।.

स्वाइन फ्लू: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

स्वाइन फ्लू – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे फल, सब्जियाँ, और साबुत अनाज। विटामिन डी3 के पूरक। ढेर सारा पानी पियें।

व्हूपिंग कफ (कुकरखाँसी): प्रमुख जानकारी और निदान

व्हूपिंग कफ़ (कुकर खाँसी) फेफड़ों और फेफड़ों के भीतर हवा आने जाने के मार्ग का अत्यंत संक्रामक रोग है जिसमें तीव्र खाँसी के कई दौर होते हैं।.

व्हूपिंग कफ (कुकरखाँसी): लक्षण और कारण

व्हूपिंग कफ (कुकरखाँसी) – लक्षण – नाक से द्रव बहना। बलगम युक्त खाँसी। आँखों में पानी, खाँसी के बाद उल्टी, गले में खराश, श्वास लेने में कठिनाई. व्हूपिंग कफ (कुकरखाँसी) – कारण – बैक्टीरिया, यह एक संक्रामक रोग है।.