गुर्दों के स्वास्थ्य हेतु आहार के घरेलू उपाय

गुर्दे की पथरी को रोकने के लिए, दिन में अधिक मात्रा में, लगभग दो लीटर तक, पानी और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें।

घर में एंटीसेप्टिक बनाने के घरेलू उपाय

हल्दी में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो मुहाँसे उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया नष्ट करते हैं और मुहाँसों को पैदा होने से रोकते हैं। यह बढ़िया एंटीऑक्सीडेंट भी होती है, जो मुहाँसों का उपचार और उनसे होने वाली सूजन को दूर करती है।

उच्च रक्तचाप (बीपी) की घरेलू उपाय

अस्थिर हाइपरटेंशन

नियमित रूप से 5 घंटों से कम नींद लेने से रक्तचाप और शुगर की बीमारी का खतरा बढ़ता है। अधिक सोने से भी शुगर की बीमारी होने की संभावना बढ़ती है।

मुख स्वास्थ्य की देखभाल के घरेलू उपाय

दिन में दो बार अपनी जीभ को ब्रश करना या खुरचना, जीभ पर बैक्टीरिया की संख्या को कम करता है। ये बैक्टीरिया साँस की दुर्गन्ध उत्पन्न करते हैं।

दमे की घरेलू उपाय

दमे का दौरा आने पर और इनहेलर उपस्थित ना होने पर, कुछ कप कॉफ़ी, चाय, गर्म चॉकलेट, या चॉकलेट बार का सेवन आजमाएँ। कैफीन आपके हवा मार्गों को खोलने में सहायक होता है।

गले की पीड़ा हेतु घरेलू उपाय

अदरक को रामबाण औषधि माना जाता है। अदरक की चाय आपके गले की पीड़ा को हरने का और आपको बेहतर एहसास करवाने का बढ़िया तरीका है। अदरक में फफूंदरोधी और बैक्टीरियारोधी गुण होते हैं जो गले की पीड़ा से मुकाबला करते हैं। अदरक औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसलिए, अदरक की चाय पीना गले की पीड़ा से छुटकारा पाने के तरीकों में बढ़िया तरीका है।

पांवों की देखभाल हेतु घरेलू उपाय

अपने पैरों और पंजों को बढ़िया आराम देने के लिए सपाट तल के जूते पहनें। ऊँची एड़ी पहनना आपके टखनों से घुटने तक के हिस्से और पीठ की माँसपेशियों को छोटा कर सकता है जिससे दर्द और ऐंठन उत्पन्न हो सकती है।

शरीर की सही आकृति

आप जितना अधिक चलते-फिरते हैं, उतनी ही कम जकड़न होती है। चाहे आप कार्य कर रहे हों या पढ़ रहे हों, बार-बार अपनी स्थिति को बदलें। अपनी कुर्सी से विराम लें और आस-पास टहलें।

महिलाओं के स्वास्थ्य हेतु घरेलू उपाय

महिलाओं में पुरुषों की अपेक्षा ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा अधिक होता है, इसलिए अपनी हड्डियों की मजबूती बनाए रखने के लिए कैल्शियम की नियमित अधिक मात्रा लेना महत्वपूर्ण है। ऑस्टियोपोरोसिस एक चिकित्सीय स्थिति है जिसमें हार्मोन सम्बन्धी परिवर्तनों के कारण, या कैल्शियम अथवा विटामिन डी की कमी के कारण हड्डियाँ भुरभुरी होकर आसानी से टूटने लायक हो जाती हैं।

पालक से स्वास्थ्य लाभ के घरेलू उपाय

कई महिलाओं को उनकी खुराक से पर्याप्त लौह तत्व नहीं मिल पाता। इसके ऊपर से, माहवारी दौरान महिलाओं में इस खनिज की और कमी हो जाती है। लौह तत्व की अधिकता वाले आहारों में जिगर, सूरजमुखी के बीज, मेवे, बछड़े का माँस, फलियाँ, साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियाँ (पालक), डार्क चॉकलेट और टोफू हैं.