ब्रेड में कैंसर उत्पन्न करने वाले रसायन, सीएसई की रिपोर्ट

ब्रेड हमारे भोजन का सामान्य हिस्सा है। सैंडविच से लेकर स्ट्रीट फ़ूड तक, ब्राउन ब्रेड से लेकर मल्टी-ग्रेन ब्रेड तक, भारतीय अपने भोजन के हिस्से के रूप में ब्रेड को बढ़ाते ही जा रहे हैं।

गैर सरकारी संगठन सेण्टर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई) की रिपोर्ट के अनुसार पूर्व से पैक की गई ब्रेड के सामान्य रूप से उपलब्ध 38 ब्रांड, जिनमें पाव और बन भी हैं, के लगभग 84 प्रतिशत में पोटैशियम ब्रोमेट और पोटैशियम आयोडेट मौजूद पाए गए, जिन्हें कई देशों में जनस्वास्थ्य के लिए “खतरनाक” मानकर प्रतिबंधित किया गया है। ये जानने के लिए कि क्या विभिन्न प्रकार की ब्रेड में पोटैशियम ब्रोमेट और पोटैशियम आयोडेट उपस्थित हैं, सीएसई की प्रदूषण जांच प्रयोगशाला (पीएमएल) ने दिल्ली में खुदरा दुकानों, बेकरियों और फ़ास्ट-फ़ूड की दुकानों से मई-जून 2015 के दौरान ब्रेड और बेकरी उत्पादों के 38 नमूने इकट्ठे किये।

एक अध्ययन के बाद सीएसई ने दावा किया कि ब्रेड में कैंसर की उत्पत्ति करने वाले रसायन हैं, खाद्य नियंत्रक एफएसएसएआई ने आज कहा कि उन्होंने पोटैशियम ब्रोमेट को अनुमति प्राप्त योजकों की सूची से हटाने का निर्णय किया है, जबकि पोटैशियम आयोडेट के उपयोग को प्रतिबंधित करने के पहले वे इसके विरुद्ध उपलब्ध प्रमाणों का परीक्षण कर रहे हैं।

सीएसई के अनुसार, पोटैशियम ब्रोमेट बेकरी उत्पादों की मजबूती बढ़ाता है, उनके अधिक फूलने में और दिखने में बेहतर लगने में सहायता करता है, जबकि पोटैशियम आयोडेट आटे को उपचारित करने वाला पदार्थ है। पोटैशियम ब्रोमेट को 2बी श्रेणी के कैंसर उत्पत्ति करक की तरह श्रेणीबद्ध किया गया है, और पोटैशियम आयोडेट थाइरोइड के विकारों तक ले जा सकता है।

किन्तु भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) ब्रेड और बेकरी उत्पादों में पोटैशियम ब्रोमेट और/या पोटैशियम आयोडेट के उपयोग की अनुमति देता है। मानकों के अनुसार, ब्रेड में पोटैशियम ब्रोमेट और/या पोटैशियम आयोडेट के उपयोग की अधिकतम सीमा 50 मिग्रा/किग्रा है। बेकरी हेतु उपयोग किये जाने वाले आटे में पोटैशियम ब्रोमेट के उपयोग की अनुमति प्राप्त अधिकतम सीमा 20मिग्रा/किग्रा है।

सीएसई रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने कहा, “हमने मामले को रोक दिया है। मैंने अपने अधिकारियों को मुझे तत्काल आधार पर रिपोर्ट देने के लिए कहा है। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। जल्द ही हम जांच रिपोर्ट के साथ सामने आएंगे।”

NCBI: Toxicity and carcinogenicity of potassium bromate–a new renal carcinogen
Indian Express: Breads contain cancer-causing chemicals
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