पोलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

परहेज और आहार

लेने योग्य आहार
  • सब्जियाँ, फल, फलियाँ, और होल ग्रेन्स ये सभी रेशे, विटामिन, खनिज, और अन्य पोषक तत्वों से परिपूर्ण होते हैं।
  • प्रोटीन से समृद्ध आहारों में: बगैर खाल का चिकन, मछली और समुद्री आहार, अंडे, कम-वसा या वसाहीन डेरी उत्पाद (दूध, दही, और पनीर), मेवे और मेवे युक्त मक्खन और सोया युक्त आहार।
  • उच्च रेशे युक्त कार्बोहाइड्रेट्स में होल ग्रेन ब्रेड और दलिया, साबुत गेहूँ का पास्ता, जौ, भूरा चावल और फलियाँ आते हैं।
  • सब्जियाँ जैसे ब्रोकोली, लेट्यूस, अजमोदा, पत्तागोभी, ककड़ी, अजवाईन, मूली, पालक और शलजम आदि लें।
  • फलियों में ताजा पका राजमा, सोयाबीन, मसूर की दाल, चवला, छोला और सेम की फलियाँ लें।
  • फल जैसे कि स्ट्रॉबेरी, रसबेरी ग्रेपफ्रूट, सेब, चेरी, आडू, नाशपाती और आलूबुखारा आदि लें।
इनसे परहेज करें
  • धुएँ में पके माँस, नमकयुक्त मेवे, कैंड और प्रोसेस्ड सब्जियाँ, माँस और सौस को लेना सीमित करें।
  • प्रोसेस्ड आहार का सेवन कम से कम करें।
  • संतृप्त वसा जैसे मीट्स, पनीर और तले आहार का प्रयोग सीमित करें।

योग और व्यायाम

  • एरोबिक व्यायाम कक्षाएं
  • साइकिल चलाना
  • पैदल ऊँचाई पर चढने वाले या घूमने वाले व्यायाम।
  • तैरना
  • दौड़ना
  • माँसपेशियों का व्यायाम
योग

संगीत और ध्यान

  • चूंकि तनाव मन में शुरू होता है और धीमे-धीमे इसका प्रभाव शरीर पर भी देखा जा सकता है, इसलिए इस मामले को मन के स्तर पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। यह कार्य ध्यान द्वारा किया जा सकता है।
  • सुदर्शन क्रिया द्वारा मिजाज में उतार-चढ़ाव, चिड़चिड़ेपन, और नकारात्मक भावनाओं पर नियंत्रण किया जा सकता है।
  • तनाव प्रबंधन की तकनीकें जैसे मालिश, ध्यान, श्वास व्यायाम, निर्देशित कल्पना, स्व-सम्मोहन, और संगीत चिकित्सा, आदि का पालन किया जा सकता है।
  • एक्यूपंक्चर मासिक धर्म को नियंत्रित करने में अत्यंत उपयोगी सिध्द हुआ है। ये प्रजनन क्षमता को भी सीधे प्रभावित करता है क्योंकि यह तनाव को कम करके शरीर को बेहतर हार्मोन संतुलन हेतु प्रेरित करता है।

घरेलू उपाय (उपचार)

  • यदि आपको पीसीओएस के लक्षण हैं और आप अधिक वजनी हैं, तो वजन कम करना और पोषक आहार लेना कुछ लक्षणों को कम करने में सहायक होता है।
  • यदि आप धूम्रपान करती हैं तो इसे त्याग दें। धूम्रपान करने वाली स्त्रियों में एण्ड्रोजन का स्तर अधिक होता है जो पीसीओएस के लक्षणों को बढाता है।




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