फ्रंटल साइनोसाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

फ्रंटल साइनोसाइटिस क्या है?

जब आपके माथे के पीछे स्थित छिद्रदार संरचनाएँ साइनस (नाक के ऊपर और आँखों के बिलकुल पीछे) सूज जाती हैं तो इसे फ्रंटल साइनोसाइटिस कहते हैं। यह तीव्र (3 सप्ताह तक रहने वाला) और दीर्घ (लम्बे समय तक रहने वाला) दोनों प्रकार का होता है।
OVERVIEW FRONTAL SINUSITIS

रोग अवधि

  • फ्रंटल साइनोसाइटिस संक्रमण के लक्षण धीरे-धीरे ठीक होते हैं, और 2 से 3 सप्ताह तक रह सकते हैं, चाहे एंटीबायोटिक लिए जा रहे हों अथवा नहीं।
  • यदि किसी रोगी को तीव्र फ्रंटल साइनोसाइटिस है या बार-बार हो रहा है, तो शल्यक्रिया द्वारा चिकित्सा आवश्यक है।

जाँच और परीक्षण

रोग के निर्धारण हेतु, नाक के भीतरी हिस्से में परतों की वृद्धि से उत्पन्न छोटी गठानों (पोलिप) या सूजन की उपस्थिति का, परीक्षण किया जाता है। डॉक्टर म्यूकस के नमूने के लिए भी कह सकते हैं।
अन्य जाँचों में
  • आपके साइनस और नाक के भीतर देखने हेतु नाक की एंडोस्कोपी।
  • भीतरी आकार की रचना हेतु सीटी स्कैन या एमआरआई।
  • एलर्जी की जाँच।
  • साइनोसाइटिस के अन्य संभावित कारणों की जाँच के लिए रक्त परीक्षण।

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

Q1. मुझे अपनी नाक क्यों साफ़ रखनी चाहिए? जब मैं अपने मुँह से साँस ले सकता हूँ।
नाक को साफ रखना अति आवश्यक है ताकि नाक से साँस ली जा सके। यह पाया गया है कि नाक के द्वारा श्वास लेने से साइनसों में होने वाला हवा का बदलाव दोगुना गति से होता है। हवा के इस बदलाव से साइनस में बैक्टीरिया की वृद्धि कम हो जाती है।
Q2.तम्बाकू के धुएँ और अन्य उत्प्रेरकों से साइनस पर किस प्रकार के प्रभाव होते हैं?
तम्बाकू का धुआं और अन्य उत्प्रेरक लक्षणों को और बदतर करते हैं। उत्प्रेरकों में ऑटोरिक्शा का धुआं, गैस/पेट्रोल आदि का धुआं, रंग-पेंट की गंध, परफ्यूम, स्प्रे और घरों के रसायन जैसे ब्लीच आदि हैं। सिगरेट का धुआं नाक के नन्हे बालों (सिलिया) को लकवाग्रस्त कर देता है जो कि बलगम को नाक से बाहर निकालते हैं। यह नाक और श्वसन तंत्र में उत्तेजना और सूजन भी उत्पन्न करता है। इन सब उत्प्रेरकों के प्रभाव को ठीक करने का कोई प्रभावी तरीका नहीं है, इसलिए इनसे बचना ही ठीक है।
Q3. साइनोसाइटिस के कारण कौन सी अन्य परेशानियाँ होती हैं
साइनस की समस्याएँ सभी तरह की एलर्जी को बदतर कर देती हैं (ऐसा लगता है कि साइनोसाइटिस प्रतिरक्षक तंत्र को चालू कर देता है) और अस्थमा, आंतों के लक्षण और अन्य चिकित्सीय समस्याओं को उत्पन्न कर देती हैं। माइग्रेन, साइनोसाइटिस की एक आम अभिव्यक्ति है। हालाँकि ऐसा होना दुर्लभ है, लेकिन साइनस संक्रमण के कारण गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। इसमें रोग का आँखों और मस्तिष्क तक बढ़ना तथा सिर की नसों में अवरोध होना हो सकता है। साथ ही, साइनस द्वारा संक्रमण बढ़ने से हड्डी का गलना या नष्ट होना भी हो सकता है।




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