कंजंक्टिवाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

रोकथाम (बचाव)

  • संक्रमित आँख को छुएं या मसलें नहीं।
  • अपने हाथों को कीटाणु नाशक से बार बार धोते रहें।
  • आँखों के लिए उत्तेजक पदार्थों जैसे कि परफ्यूम्स या धुएं की चपेट में आने से बचें।
  • तकिये के गिलाफ नियमित रूप से बदलें।
  • आँखों पर मेकअप करने से बचें और अपनी सामग्री किसी से बांटें नहीं।
  • लेंस को और उन्हें रखने के डिब्बे को स्वच्छ और रोगाणुमुक्त रखें।
  • दूसरे व्यक्ति के कांटेक्ट लेंस कभी ना पहनें।
  • कांटेक्ट लेंस के स्थान पर चश्मा लगायें अथवा कंजंक्टिवाइटिस पूरी तरह ठीक ना होने तक कांटेक्ट लेंस ना पहनें।
  • प्रत्येक उपयोग के पश्चात, आँखों से स्पर्श हुए तौलिये, टिश्यू और अन्य सामग्री को यथायोग्य मशीन में धोएं अथवा फेंक दें।
  • सामान्य वस्तुएं जैसे कि बिना धुले तौलिये या गिलास को बाँटने से बचें।
  • अपने अथवा बच्चे की आंख में आई ड्राप या ऑइंटमेंट लगाने के बाद अपने हाथ धोएं।
  • स्वच्छता बनाये रखें।
  • जब तक कि लक्षण कम नहीं हो जाते, घर में रहें और बाहर जाने से बचें।
  • अपनी आँखों को धूल, प्रदूषण, और रसायनों से बचाएँ।
Conjunctivitis prevention

ध्यान देने की बातें

  • दृष्टि की समस्या।
  • आँखों से हरे रंग का गाढ़ा द्रव निकलना।

डॉक्टर को कब दिखाएँ

  • तेज दर्द, बढ़ी हुई सूजन, लालिमा, और पलकों में और आँखों के चारों तरफ बढ़ी असह्य स्थिति, साथ ही बुखार।
यदि आप इनमें से कोई लक्षण अनुभव करते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें
  • आँखों में दर्द के साथ अत्यधिक सूजन और लालिमा।
  • दिखाई देने में परेशानी।
  • बुखार।
  • आँखों में जलन और खुजली।





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