एक्यूट कांटेक्ट डर्मेटाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

रोकथाम (बचाव)

  • त्वचा पर घाव उत्पन्न करने वाले पदार्थों से संपर्क ना रखें।
  • एलर्जी उत्पन्न करने वाले पदार्थों के संपर्क में आने वाले हर क्षेत्र को स्वच्छ करें।
  • गीले करने वाले सभी प्रकार के कार्यों को करते समय सूती दस्ताने पहनें। या, त्वचा की सुरक्षा के लिए पेट्रोलियम जेली लगाएँ। जेली दिन में दो या तीन बार लगाएँ और हर बार हाथों को धोने के पश्चात् लगाएँ।
  • मंद साबुनों और डिटर्जेंट का प्रयोग करें।
  • हाथों की क्रीम और लोशन का बार-बार प्रयोग करें।

ध्यान देने की बातें

  • फफोले जिनसे तरल पदार्थ बाहर निकालता है।
  • आमतौर पर तीव्र जलन और खुजली, जो कि त्वचा पर दिखाई देने वाले घावों के बिना होती है।
  • आँखों, चेहरे और (गंभीर स्थिति में) जननांगों पर सूजन।

डॉक्टर को कब दिखाएँ

डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपको निम्न में से कोई लक्षण है:
  • त्वचा का लाल होना (या तो निशानों के रूप में या पूरे शरीर पर)।
  • त्वचा पर रुक-रुक कर होने वाले सूखे, पपड़ीदार निशान।
  • धब्बे या घाव।
  • सूर्य प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता।
  • गहरी, “चमड़े जैसी” और तड़की हुई त्वचा।




एलर्जी, कांटेक्ट डर्मेटाइटिस, खुजली युक्त हिस्से, डर्मिस, डर्मेटाइटिस, त्वचा की पपड़ी निकलना, त्वचा की परत, त्वचा की सूजन, त्वचा पर फफोले होना, त्वचा में खुजली, पपड़ी निकले हिस्से, लाल त्वचा, शुष्क त्वचा, ACD, ICD, एक्यूट कांटेक्ट डर्मेटाइटिस से निवारण, ACD rog, ACD ki roktham aur jatiltain, ACD se bachav aur nivaran, ACD doctor ko kab dikhayein,