बांयी पार्श्व मुद्रा: गर्भावस्था में सोने का सही आचार क्यों है ?

बांयी पार्श्व मुद्रा बांयी पार्श्व मुद्रा “एसओएस” (करवट लेकर सोना) गर्भावस्था के दौरान नींद की सबसे बेहतरीन नींद मुद्राएँ है। उनमें भी सबसे बढ़िया है, बांयी पार्श्व मुद्रा। बांये करवट सोने से आपके बच्चे और प्लेसेंटा तक पहुँचने वाले खून और पोषक तत्वों की मात्रा में इजाफा होता है। इस मुद्रा में अपने पैरों और घुटनों को मोड़ कर उनके बीच एक तकिया         और पढ़ें …

गर्भावधि मधुमेह और उसकी पहचान

गर्भावधि मधुमेह गर्भावधि मधुमेह गर्भावधि मधुमेह का पता अक्सर गर्भावस्था के 24वें और 28वें हफ़्ते के बीच लगता है। गर्भावस्था के दौरान, प्लेसेंटा ऐसे होर्मोनों का निर्माण करता है, जिनके कारण आपके रक्त में शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। आमतौर पर, आपका पैंक्रियास बढ़े हुए शर्करा स्तर को स्थिर करने लायक पर्याप्त इन्सुलिन बना लेता है। किन्तु यदि वह इसमें विफल         और पढ़ें …

केगेल व्यायाम: गर्भावस्था पश्चात् मूत्र असंयमिता से बचें

केगेल व्यायाम पेल्विक फ्लोर मांसपेशियां पेल्विक फ्लोर मांशपेशियों की एक ऐसी परत से बनाता है जो हमेशा एक सख्त झूले के समान, सामने की प्यूबिक हड्डी से रीढ़ की हड्डी की जड़ तक खिचीं रहती हैं। आपका पेल्विक फ्लोर आपके मूत्राशय, योनि, गर्भाशय और आंत को सहारा प्रदान करता है और यह मूत्राशय और आंत के नियंत्रण के लिए भी बहुत आवश्यक         और पढ़ें …

वजन घटाने का कारगर उपाए: जीवनशैली में करें मामूली परिवर्तन

वजन घटाने विशेषज्ञ की मानें तो वजन घटाने का उचित और सुरक्षित दर प्रति सप्ताह 500 ग्राम से 700 ग्राम तक है। नियमित व्यायाम के साथ आहार सम्बन्धी आदतों में परिवर्तन लम्बे समय में वजन कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है। इसके साथ ही वजन दूर ही बना रहे यह तय करने का भी यह आदर्श तरीका है। उचित रूप से         और पढ़ें …

काले घेरों से छुटकारा कैसे पाएँ?

आँखों के नीचे काले घेरे महिलाओं और पुरुषों दोनों में आम शिकायत है, हालाँकि कभी-कभी ये बच्चों में भी दिखाई पड़ते हैं। जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, त्वचा पतली होती है और कोलेजन की क्षति होती है, जिससे कभी-कभी आँखों के नीचे की रक्तवाहिनियाँ दिखाई देने लगती हैं जिस के कारन त्वचा गहरी दिखाई पड़ने लगती है। काले घेरे होने         और पढ़ें …

कृत्रिम मीठे तत्वों के विपरीत प्रभाव

भारत में अत्यधिक शक्कर खाने से होने वाले हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ी है। लोग कृत्रिम मीठे पदार्थों की तरफ जा रहे हैं। लेकिन कोई भी वस्तु मुफ़्त में नहीं आती। कृत्रिम मीठे तत्वों के दुष्प्रभाव भी हैं। सबसे बढ़िया विकल्प है जितना संभव हो अपने भोजन में शक्कर को कम करना या हटा ही देना। कृत्रिम मीठे         और पढ़ें …