सेबोरिक डर्मेटाइटिस (रूसी) – रोकथाम – स्वच्छ रहें, तनाव ना लें। अपनी त्वचा को नम रखें। अपने शैम्पू जल्दी-जल्दी ना बदलें। त्वचा की देखभाल गंभीरता के साथ करें। प्रतिदिन स्नान और बालों को धोएँ।.
Tag: सिर की त्वचा का विकार
सेबोरिक डर्मेटाइटिस (रूसी): प्रमुख जानकारी और निदान
सेबोरिक डर्मेटाइटिस त्वचा की ऐसी स्थिति है जिसमें सिर की त्वचा, कान और चेहरे पर पीली, चिकनी परत या पपड़ी बन जाती है।.
सेबोरिक डर्मेटाइटिस (रूसी): लक्षण और कारण
सेबोरिक डर्मेटाइटिस (रूसी) – लक्षण – त्वचा की सूजन। हार्मोन सम्बन्धी परिवर्तन। खुजली, सिर और शरीर की त्वचा पर तैलीय और पपड़ी युक्त स्थान। बाल झड़ना. सेबोरिक डर्मेटाइटिस (रूसी) – कारण – फफूंद द्वारा संक्रमण। तनाव, परिवार के सदस्य, तैलीय त्वचा। त्वचा के विकार।.
सेबोरिक डर्मेटाइटिस (रूसी): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
सेबोरिक डर्मेटाइटिस (रूसी) – आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन से समृद्ध आहार। प्रोटीन, सब्जियां (चुकंदर, गाजर),
टीनिया केपिटिस: रोकथाम और जटिलताएं
टीनिया केपिटिस – रोकथाम – अपने बालों में नियमित शैम्पू लगाएँ। घर में अन्य लोगों तक संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग किये गए तौलिये, कपड़े और अन्य वस्तुएँ अच्छी तरह धो लें।.
टीनिया केपिटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
टीनिया केपिटिस – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: अनाज, चावल, पास्ता, फलियाँ, ब्रेड्स, डेरी उत्पाद, मीठे पेय और रस। ताजे फल और सब्जियाँ लिये जाने चाहिए। तेज आंच पर भुने, मसालेदार, खट्टे और अत्यंत मीठे आहार। खट्टे फल (नीबू, मौसंबी, संतरा), चटनी, सौसेस, अचार, सरसों और सिरका।
टीनिया केपिटिस: प्रमुख जानकारी और निदान
टीनिया केपिटिस फफूंद (फंगस) द्वारा उत्पन्न संक्रमण है, जिसे सिर की त्वचा का रिंगवर्म भी कहा जाता है, यह अत्यंत संक्रामक होता है।.
टीनिया केपिटिस: लक्षण और कारण
टीनिया केपिटिस – लक्षण – सिर की त्वचा पर खुजली। लालिमायुक्त क्षेत्र या बाल रहित निशान। सूजे हुए, निशानयुक्त या उत्तेजित त्वचा के क्षेत्र। बाल झड़ना. टीनिया केपिटिस – कारण – सिर की त्वचा का रिंगवर्म फफूंद जैसी अनेक प्रकार की फंगस में से एक के द्वारा होता है जिसे डर्मेटोफाइट्स कहते हैं।.