
* सामान्य: 120/80 से कम
* प्रीहाइपरटेंशन (पूर्वावस्था): 120/80 से लेकर 139/89 तक
* उच्च रक्तचाप अवस्था 1: 140/90 से लेकर 159/99 तक
* उच्च रक्तचाप अवस्था 2: 160/100 या इससे अधिक
* संकट (आपातकाल): 180/110 से अधिक होने पर
उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) लक्षण उत्पन्न होने के पहले आपके शरीर को मौन रूप से क्षति पहुंचा सकता है (जिससे मृत्यु तक हो सकती है)। यदि अनियंत्रित छोड़ दिया जाए तो यह अपंगता, जीवन की गुणवत्ता का निम्नस्तरीय होना, अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ या प्राणघातक हृदयाघात तक जा सकता है। हाई बीपी उत्पन्न होने के कई कारण हैं जैसे वजन का अधिक होना, अनुचित आहार, अधिक मात्रा में नमक का सेवन, बीपी का पारिवारिक इतिहास, अत्यधिक शराब पीना आदि।
इसकी रोकथाम के तरीकों में शरीर का वजन उचित बनाए रखना, स्वस्थ पोषक आहार, नमक और सोडियम के सेवन में कमी, शराब और सिगरेट छोड़ना, नियमित व्यायाम, तनाव कम करना, बीपी पर नियमित निगाह बनाए रखना आदि हैं। यदि आपको रक्तचाप हेतु औषधियाँ दी गई हैं तो कृपया बिना चूके अपने डॉक्टर की सलाहों का पालन करें।
