हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल): प्रमुख जानकारी और निदान

हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल) क्या है?

हर्सुटिस्म महिलाओं के लिए उन क्षेत्रों में घने काले बालों की वृद्धि को कहा जाता है जहाँ आमतौर पर उनमें बारीक या बिलकुल बाल नहीं होते हैं जैसे होंठों के ऊपर और ठोड़ी, छाती, पेट और पीठ। बालों की यह अत्यधिक वृद्धि पुरुष हार्मोन (एण्ड्रोजन) के बढ़े हुए स्तर के कारण होती है। यद्यपि सभी महिलाऐं एण्ड्रोजन उत्पन्न करती हैं, लेकिन इसकी बढ़ी हुई मात्रा हर्सुटिस्म को उत्पन्न करती है।
रजोनिवृत्ति के बाद, हारमोंस के संतुलन में आया बदलाव बालों की अधिकता को आम बना देता है। रजोनिवृत्त महिलाओं में हर्सुटिस्म को ओवेरियन हाइपरथेकोसिस कहा जाता है।
हर्सुटिस्म कोई रोग नहीं है और इसका किसी गंभीर रोग के कारण उत्पन्न होना भी दुर्लभ है।

रोग अवधि

रोमकूपों का जीवन चक्र लगभग छः माह का होता है। उचित चिकित्सा के 6 से 12 माह बाद सुधार दिखाई पड़ते हैं। इसके बीच, उपस्थित बालों को कई अन्य तकनीकों द्वारा यांत्रिक रूप से हटाया जा सकता है।

जाँच और परीक्षण

पुरुष और महिला हार्मोन के स्तर को जांचने के लिए रक्त परीक्षण करवाया जा सकता है। कुछ रोगियों में डिम्बग्रंथि (ओवरी) का अल्ट्रासाउंड और एड्रेनल ग्रंथियों का सीटी स्कैन आवश्यक होता है।

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

Q1. हर्सुटिस्म क्या है?
हर्सुटिस्म महिलाओं के लिए उन क्षेत्रों में घने काले बालों की वृद्धि को कहा जाता है जहाँ आमतौर पर उनमें बारीक या बिलकुल बाल नहीं होते हैं जैसे होंठों के ऊपर और ठोड़ी, छाती, पेट और पीठ। बालों की यह अत्यधिक वृद्धि पुरुष हार्मोन (एण्ड्रोजन) के बढ़े हुए स्तर के कारण होती है। यद्यपि सभी महिलाऐं एण्ड्रोजन उत्पन्न करती हैं, लेकिन इसकी बढ़ी हुई मात्रा हर्सुटिस्म को उत्पन्न करती है। हर्सुटिस्म कोई रोग नहीं है और इसका किसी गंभीर रोग के कारण उत्पन्न होना भी दुर्लभ है।

Q2.हर्सुटिस्म की औषधियां लेने के कितने समय बाद किसी रोगी को अंतर दिखाई पड़ता है?
रोमकूपों का जीवन चक्र लगभग छः माह का होता है। उचित चिकित्सा के 6 से 12 माह बाद सुधार दिखाई पड़ते हैं। इसके बीच, उपस्थित बालों को कई अन्य तकनीकों द्वारा यांत्रिक रूप से हटाया जा सकता है।

Q3. हर्सुटिस्म के लिए कौन से आहार लेना उचित होता है?
रक्तप्रवाह में इन्सुलिन की अधिक मात्रा संचारित एण्ड्रोजन और इन्सुलिन-समान वृद्धि कारकों में तेजी से वृद्धि करती है, जो महिलाओं में हर्सुटिस्म से जुड़े होते हैं। रोगी को रेशेदार आहार लेना चाहिए जिसमें ग्लूकोस की मात्रा कम होती है। विटामिन बी6 और विटामिन ई से समृद्ध आहार लेने चाहिए। रिफाइंड आहार, शराब और तम्बाकू ना लें।

Q4. डॉक्टर से संपर्क कब किया जाना चाहिए?
डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपको शरीर या चेहरे के बालों को सौन्दर्य उपायों द्वारा के द्वारा हटाने में कठिनाई हो रही है या हर्सुटिस्म का कोई लक्षण उत्पन्न हो रहा है।

Q5. हर्सुटिस्म और हाइपरट्राईकोसिस क्या हैं?
हर्सुटिस्म किसी महिला के एण्ड्रोजन (टेस्टोस्टेरोन)-आधारित क्षेत्रों में होने वाली बालों की अत्यधिक वृद्धि को कहते हैं, सामान्यतया इन क्षेत्रों में बाल नहीं पाए जाते हैं जैसे चेहरा, गर्दन, छाती या जांघो का क्षेत्र। हाइपरट्राईकोसिस महिला के एण्ड्रोजन-रहित क्षेत्रों में होने वाली बालों की अत्यधिक वृद्धि को कहते हैं (उदाहरण के लिए चेहरे, गर्दन, छाती और जांघों के क्षेत्र के अलावा)।





हर्सुटिस्म, अधिक बाल, अत्यधिक बाल, बाल, बालों का होना, हाइपरट्राईकोसिस, एण्ड्रोजन्स, स्त्री हार्मोन, महिलाओं में दाढ़ी, महिला के शरीर पर बाल, हार्मोन सम्बन्धी परिवर्तन, हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल) डॉक्टर सलाह, atyadhik baal rog, atyadhik baal kya hai?, atyadhik baal in hindi, Hirsutism in hindi, Hirsutism treatment in hindi,