2030 तक मलेरिया-मुक्त विश्व: भारत सरकार और डब्लूएचओ की पहल

2030 तक मलेरिया मुक्त विश्व मलेरिया के मामलों में परिवर्तन विश्व स्वास्थ्य संगठन के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, मलेरिया से प्रभवित कई देशों ने बीमारी की दर को महत्वपूर्ण रूप से कम करने में सफलता पाई है। वैश्विक स्तर पर, नए मलेरिया संक्रमण के मामलों की दर में 2010 और 2015 के मध्य 21 प्रतिशत की कमी हुई। मलेरिया मृत्यु दर में इन्ही 5 सालों         और पढ़ें …

मलेरिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मलेरिया आहार – लेने योग्य आहार: चूंकि पसीने और बुखार में शरीर के तरल पदार्थ की अधिक हानि हो जाती है, अधिक मात्रा में तरल पदार्थ जैसे कि सूप, दूध, नीबू पानी आदि लेना चाहिए। नमक और शक्कर के साथ पानी भी उत्तम होता है। नारियल पानी उल्टियों को कम करने में और तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट की कमी को पूरा करने में विशेष लाभकारी है। विटामिन A की कमी से ग्रस्त लोगों में मलेरिया की संभावना अधिक होती है, इसलिए विटामिन A से भरपूर आहार जैसे कि दूध, फल (आम, पपीता) और सब्जियाँ (गाजर, टमाटर, सहजन, एमेरंथ, पालक, कद्दू) लिये जाने चाहिए।

मलेरिया: रोकथाम और जटिलताएं

मलेरिया रोकथाम – अपने आस-पास मच्छरों का पनपना रोकें, आवश्यक स्वच्छता बनाये रखें.

मलेरिया: प्रमुख जानकारी और निदान

मलेरिया मच्छरों से उत्पन्न होने वाली बीमारी है जो एक सूक्ष्मजीवी द्वारा लाल रक्त कणिकाओं के संक्रमण से होती है।.

मलेरिया: लक्षण और कारण

मलेरिया लक्षण – तेज/अधिक बुखार, थकावट, सिरदर्द, माँसपेशियों में दर्द, पेट में गड़बड़ी. मलेरिया कारण – परजीवी संक्रमित मच्छर के काटने से मलेरिया होता है।.