फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं

रोकथाम (बचाव)

आप संक्रमण का प्रभाव और उसके प्रसार को निम्न उपायों से घटा सकते हैं:
  • नाक छूने के बाद और गले की पीड़ा से ग्रस्त बच्चे की देखभाल के बाद अपने हाथ तुरंत धोएँ।
  • यदि आपके घर में किसी को फ़ेरिन्जाइटिस है तो उसके भोजन के बर्तन और पीने के गिलास आदि परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रखें। इन वस्तुओं को साबुन युक्त गर्म पानी से अच्छी तरह धोएँ।
  • यदि फ़ेरिन्जाइटिस ग्रस्त बच्चा खिलौनों को चबा या निगल रहा है तो इन खिलौनों को संक्रमण रोधी साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएँ, फिर भली प्रकार सुखाएं।
  • बहती नाक और छींक को साफ करने में प्रयुक्त टिश्यू को तुरंत नष्ट करें और इसके पश्चात अपने हाथ धोएँ।
  • स्ट्रेप थ्रोट से पीड़ित बच्चे को विद्यालय या झूला घर में तब तक ना भेजें, जब तक उसे एंटीबायोटिक्स लिए 24 घंटे ना हो गए हों, और लक्षण सुधर ना गए हों।
  • शराब, धूम्रपान और कैफीन युक्त पदार्थ ना लें।



ध्यान देने की बातें

  • आपकी गर्दन में गांठ।
  • लार में रक्त
  • दो सप्ताह से अधिक समय तक गला भारी होना।

डॉक्टर को कब दिखाएँ

अपने डॉक्टर से तब मिलें जब (तीव्रता):
  • गले की पीड़ा, जो तीव्र है या एक सप्ताह से अधिक समय से है।
  • निगलने में कठिनाई।
  • श्वास लेने में कठिनाई।
  • अपना मुँह खोलने में कठिनाई।
  • लार या बलगम में रक्त।
  • जल्दी-जल्दी गला ख़राब होना।




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