हाइपरथाइरोइडिसम: रोकथाम और जटिलताएं

हाइपरथाइरोइडिसम रोकथाम – धूम्रपान बंद करें, तनाव कम करें, नित्य व्यायाम करें और चुस्त रहें, छाना हुआ पानी पियें.

हाइपरथाइरोइडिसम: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

हाइपरथाइरोइडिसम आहार – लेने योग्य आहार: गोइटरोजेनिक आहारों में क्रूसीफेरस (एक समूह का नाम) सब्जियाँ जैसे कि पत्तागोभी, फूलगोभी, और ब्रसेल्स स्प्राउट; गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, और जड़ वाली सब्जियाँ जैसे कि शलजम, और रूटाबेगा (शलजम का एक प्रकार) हमारे शरीर के आयोडीन उपयोग में अवरोध करते हैं और इस कारण हाइपरथाइरोइडिसम के प्रभाव को कम करते हैं। हाइपरथाइरोइडिसम में जिंक का स्तर घट जाता है इसलिए जिंक युक्त आहार जैसे कि भूरा चावल, साबुत अनाज का दलिया, ज्वार, बाजरा, गिरी और मेवे लेने चाहिए। कैल्शियम युक्त आहार लें जिनमें डेरी उत्पाद जैसे कि दूध, दही और पनीर आते हैं।

हाइपरथाइरोइडिसम: लक्षण और कारण

हाइपरथाइरोइडिसम लक्षण – वजन में गिरावट, बार बार पसीना आना, थाइरोइड ग्रंथि का आकार बड़ा होना, बाल झड़ना, नींद में बाधा. हाइपरथाइरोइडिसम कारण – अत्यधिक आयोडीन, तनाव, अन्य संक्रमण.

हाइपरथाइरोइडिसम: प्रमुख जानकारी और निदान

हाइपरथाइरोइडिसम में, थाइरोइड ग्रंथि अधिक सक्रिय हो जाती है और शरीर की आवश्यकता से अधिक थाइरोइड हार्मोन बनाती है.