सिलिअक रोग: प्रमुख जानकारी और निदान

सिलिअक डिजीज जिसे सिलिअक स्प्रू या ग्लूटेन-संवेदी आंतरोग भी कहा जाता है, पाचन और स्व-प्रतिरक्षी रोग है जो ग्लूटेन युक्त भोजन लेने के परिणामस्वरूप छोटी आंत की परतों की क्षति के रूप में दिखाई पड़ता है।.

सिलिअक रोग: लक्षण और कारण

सिलिअक रोग – लक्षण – अपच, मंद पेटदर्द। पेट फूलना। कभी-कभी आंत की प्रवृत्ति में बदलाव होना, जैसे मंद अतिसार या कब्ज के प्रकरण।. सिलिअक रोग – कारण – सिलिअक डिजीज स्व-प्रतिरक्षी स्थिति है जो ग्लूटेन प्रोटीन, जो कि ब्रेड, पास्ता, दलिया और बिस्कुट में पाया जाता है, के लिए असामान्य प्रतिरक्षी प्रतिक्रिया से उत्पन्न होती है।.

सिलिअक रोग: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

सिलिअक रोग – आहार – लेने योग्य आहार: ग्लूटेन रहित और पोषण युक्त आहार लेने चाहिए। कैल्शियम युक्त आहारों में दूध, दही, पनीर, मछली, ब्रोकोली, कोलार्ड ग्रीन, बादाम, कैल्शियम की शक्तियुक्त रस, और चौलाई। आयरन समृद्ध आहारों में मीट, मछली, चिकन, फलियाँ, मेवे, गिरियाँ, अंडे और चौलाई आदि आते हैं।

सिलिअक रोग: रोकथाम और जटिलताएं

सिलिअक रोग – रोकथाम – ग्लूटेन रहित आहार लेकर सिलिअक रोग के उभरने को रोक सकते हैं।.