लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: ताजा और उबला पानी
, पूर्ण आहार (बिना पोलिश के अनाज, फल, सब्जियाँ)।
, दूध और इसके उत्पाद
,

लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार): रोकथाम और जटिलताएं

लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार) – रोकथाम – स्वच्छ रहें, जमे हुए पानी के क्षेत्र में ना जाएँ। एंटीबायोटिक्स का प्रयोग करें। रोग का जल्द निर्धारण और चिकित्सा।.

लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार): लक्षण और कारण

लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार) – लक्षण – तेज बुखार, सिरदर्द, कंपकंपी, उल्टी, पेट में दर्द, अतिसार, निशान. लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार) – कारण – बैक्टीरिया लेप्टोस्पाइरा किस्म का होता है। प्रसार सीधे संपर्क द्वारा या प्रदूषण से फैलता है।.

लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार): प्रमुख जानकारी और निदान

लेप्टोस्पायरोसिस एक गंभीर और दुर्लभ संक्रमण है, जो लेप्टोस्पाइरा बैक्टीरिया के संपर्क में आने से होता है। यह मस्तिष्क और किडनी को प्रभावित करता है जिससे वे काम करना बंद कर देते हैं।.