मिलिया: लक्षण और कारण

मिलिया लक्षण – गालों, नाक और ठोड़ी के आस-पास की त्वचा पर सफ़ेद, मोती समान उभार। मसूढ़ों या मुँह के ऊपरी हिस्से पर सफ़ेद, मोती समान उभार (ये मसूढ़ों से निकलते दांतों की तरह दिखाई पड़ते हैं)।. मिलिया कारण – त्वचा की स्थितियाँ जो फफोले उत्पन्न करती हैं। लम्बे समय तक स्टेरॉयड क्रीम का प्रयोग। लम्बे समय तक सूर्य के प्रकाश से क्षति होना।.

मिलिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मिलिया आहार – सब्जियाँ, फल और साबुत अनाज, आवश्यक विटामिनों की कमी, खासकर विटामिन ए की कमी, मिलिया के उत्पन्न होने से जुड़ी हुई है। विटामिन ए से समृद्ध आहारों जैसे गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, गाजर, रतालू आदि का सेवन बढ़ाएँ। शक्कर और उससे बने उत्पादों, तले और मसालेदार आहारों, कैफीन युक्त और कार्बन युक्त पेय, नमकीन आहार (चिप्स, फ्रेंच फ्राइज) चॉकलेट्स का सीमित सेवन करें।

मिलिया: रोकथाम और जटिलताएं

मिलिया रोकथाम – हानिकारक रसायनों का अपनी त्वचा पर उपयोग बंद करें और सूर्य के प्रकाश में कम रहें या बाहर जाते समय सूर्य के प्रकाश की चपेट को घटाने के लिए एसपीएफ़ 15 वाले सनस्क्रीन का प्रयोग करें।.

मिलिया: प्रमुख जानकारी और निदान

मिलियम सिस्ट (छोटी थैलीनुमा रचना) छोटी, मोती समान सफ़ेद या पीलापन लिए उभार (यदि समूह में हों तो मिलिया) होते हैं जो विशेष रूप से नाक और गालों पर दिखाई पड़ते हैं।.