उच्च रक्तचाप के प्रभाव

उच्च रक्तचाप एक दीर्घकालीन स्थिति है, और रक्तवाहिनियों और अंगों को इसके कारण उत्पन्न होने वाली क्षति कई वर्षों के दौरान होती है। बीपी को उपचाररहित छोड़ दिए जाने पर, समय बीतने के साथ, हाइपरटेंशन द्वारा उत्पन्न होने वाले संभावित विपरीत प्रभावों में हैं: 1. कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) आपके ह्रदय की माँसपेशियों को रक्त पहुँचाने वाली धमनियों को प्रभावित         और पढ़ें …

कोरोनरी आर्टरी डिजीज: रोकथाम और जटिलताएं

कोरोनरी आर्टरी डिजीज – रोकथाम – नियमित व्यायाम द्वारा उचित वजन बनाये रखें। मदिरापान कम करें। धूम्रपान त्यागें। तनाव को नियंत्रित करें।.

कोरोनरी आर्टरी डिजीज: प्रमुख जानकारी और निदान

सीएडी कोरोनरी धमनियों में इकट्ठी वसा के जमा होने को कहा जाता है, जो धमनियों की दीवारों को क्षतिग्रस्त करता है, और ह्रदय को रक्त के प्रवाह में कमी हो जाती है।.

कोरोनरी आर्टरी डिजीज: लक्षण और कारण

कोरोनरी आर्टरी डिजीज – लक्षण – छाती में तीव्र दर्द। साँस में कमी। पेल्पीटेशंस (अनियमित हृदयगति)। कमजोरी और चक्कर आना।. कोरोनरी आर्टरी डिजीज – कारण – अनुवांशिकता, धूम्रपान। उच्च रक्त चाप और मधुमेह। मोटापा। तनाव।.

कोरोनरी आर्टरी डिजीज: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

कोरोनरी आर्टरी डिजीज – आहार – लेने योग्य आहार वनस्पति स्रोत के आहार जैसे कि साबुत अनाज, फलियाँ, मेवे, फल और सब्जियाँ ह्रदय रोग के खतरे को कम करती हैं। शरीर में जल का स्तर पर्याप्त बनाये रखने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीयें। आहार जो ह्रदय रोग से बचाव हेतु सर्वोत्तम हैं, उनमें:: तैलीय मछलियाँ जैसे कि मकरेल, सारडाईन, ट्यूना, और सैल्मोन जिनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं। कुछ वनस्पति तेल जैसे कि मक्का, सोया, और सूरजमुखी जिनमें ओमेगा-6 फैटी एसिड्स और राई तथा जैतून का तेल जिनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं। फाइबर, साबुत अनाज और फल तथा सब्जियाँ।