ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना) – आहार – लेने योग्य आहार: कार्बोहायड्रेट अधिक मात्रा में लें जिनमें ब्रेड, दलिया, अनाज और पास्ता आते हैं।
, तरल पदार्थ अधिक पीएँ।
, विटामिन E और खनिज तत्व जैसे सेलेनियम।
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ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना): रोकथाम और जटिलताएं

ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना) – रोकथाम – कार्बोहायड्रेट से समृद्ध आहार अधिक मात्रा में लें। विश्राम करें और तरल पदार्थ अधिक मात्रा में पीएँ।.

ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना): लक्षण और कारण

ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना) – लक्षण – भूख में कमी, थकावट या कमजोरी, सिर घूमना, नींद ना आना, पिन और सुइयाँ. ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना) – कारण – अधिक ऊँचाई पर हवा का कम दबाव और ऑक्सीजन की घटी हुई मात्रा ऊँचाई की बीमारी के लक्षण उत्पन्न करते हैं।.

ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना): प्रमुख जानकारी और निदान

अधिक ऊँचाई का रोग, मनुष्यों को ऊँचे स्थानों पर होने वाला प्रभाव है, जो अधिक ऊँचाई पर ऑक्सीजन की कम मात्रा के कारण होता है।.