हाइपरटेंशन: प्रमुख जानकारी और निदान

हाइपरटेंशन क्या है?

हाइपरटेंशन, जिसे कि उच्च रक्त चाप भी कहा जाता है, ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त वाहिनियों में रक्त का दबाव लगातार बढ़ा हुआ होता है। दबाव जितना अधिक होगा ह्रदय को उतनी अधिक क्षमता से पम्प करना पड़ेगा। हाइपरटेंशन के कारण विभिन्न अंग क्षतिग्रस्त हो सकते हैं और साथ ही अनेक रोग जिनमें किडनी का फेल होना, हार्ट फेल होना, स्ट्रोक, या हृदयाघात आदि हो सकते हैं।
  • आमतौर पर रक्तचाप की जानकारी दो अंकों द्वारा दी जाती है – उदाहरण के लिए, 120 पर 80 (जिसे 120/80 mmHg इस तरह लिखा जाता है)। इनमें एक या दोनों अंक का मान अधिक हो सकता है।
  • ऊपर के अंक को सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (ह्रदय के सिकुड़ते समय का दबाव) और नीचे के अंक को डायास्टोलिक ब्लड प्रेशर (ह्रदय के फैलते समय का दबाव) कहा जाता है।
  • सामान्य रक्तचाप तब होता है जब आपका रक्तचाप 120/80 mmHg से कम हो।
  • उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) होता है जब आपका रक्तचाप 140/90 mmHg या अधिक हो।
  • यदि आपके रक्तचाप अंक 120/80 या अधिक हों, लेकिन 140/90 से कम हों तो इसे प्री-हाइपरटेंशन (रक्तचाप की पूर्वावस्था) कहा जाता है।
  • हाइपरटेंशन दो प्रकार का होता है आवश्यक और द्वितीयक। आवश्यक हाइपरटेंशन अज्ञात कारण से हुए उच्च रक्तचाप को कहते हैं। लगभग 95% मामलों में ऐसा ही होता है। द्वितीयक हाइपरटेंशन ज्ञात सीधे कारण से होने वाले रक्तचाप को कहा जाता है, जैसे कि किडनी का रोग, अथवा ट्यूमर।
Hypertension overview image

रोग अवधि

उच्च रक्तचाप को कम करने का एकमात्र इलाज जीवन भर प्रतिदिन गोलियां खाना है। व्यक्ति हाइपरटेंशन से वजन कम करके और नमक का सेवन कम करके उबर सकता है।

जाँच और परीक्षण

हाइपरटेंशन का निर्धारण एक योग्य चिकित्साकर्मी द्वारा किया जाता है जो रक्तचाप को एक यन्त्र स्फिग्मोमेनोमीटर (यन्त्र में भुजा पर लगाने का कफ, डायल, पम्प, और वाल्व होता है) से मापता है। सिस्टोलिक और डायास्टोलिक अंकों को लिख लिया जाता है और उनका मिलान माप-तालिका से किया जाता है। यदि दबाव 140/90 से अधिक हो तो आपको हाइपरटेंशन होना मान लिया जाता है।

आपके डॉक्टर ह्रदय रोग के लक्षण, आँखों की क्षति, और आपके शरीर में हुए अन्य परिवर्तनों को देखने के लिए शारीरिक परीक्षण कर सकते हैं.
जाँचें ये जानने के लिए की जा सकती हैं :
  • कोलेस्ट्रॉल का बढ़ा स्तर
  • ह्रदय रोग, जैसे कि ईकोकार्डियोग्राम अथवा इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम
  • किडनी के रोग, जैसे कि बेसिक मेटाबोलिक पैनल और यूरीनलाईसिस (मूत्र परीक्षण) या किडनियों का अल्ट्रासाउंड

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

Q1. हाइपरटेंशन क्या है?
हाइपरटेंशन धमनियों और सूक्ष्म वाहिनियों में लगातार बढ़े हुए रक्त के दबाव की स्थिति है, जो अंगों को जैसे कि आँखें, किडनी, और मस्तिष्क को क्षति पहुँचा सकती है।

Q2. हाइपरटेंशन के प्रकार क्या हैं?
हाइपरटेंशन के 2 प्रकार हैं, आवश्यक या प्राथमिक हाइपरटेंशन और द्वितीयक (सेकेंडरी) हाइपरटेंशन। आवश्यक हाइपरटेंशन अधिक आम है और समस्याओं से बचने के लिए इसे औषधियों से नियंत्रित किया जाना चाहिए। इसका कोई इलाज नहीं है. द्वितीयक हाइपरटेंशन अत्यंत कम होता है और इसकी चिकित्सा हाइपरटेंशन होने के कारण पर निर्भर करती है।

Q3. मुझे हाइपरटेंशन कैसे हो सकता है?
आपको आवश्यक हाइपरटेंशन हो सकता है यदि आप अनुवांशिक रूप से इसके प्रति संवेदनशील हैं, अर्थात यदि आपके अभिभावकों को हाइपरटेंशन रहा हो तो आपको भी इसके होने की सम्भावना अधिक होती है। यदि आपका वजन अधिक है या आप अत्यधिक नमक (अचार, पापड़, और समुद्री मछली, चिकन इत्यादि) अधिक मात्रा में लम्बे समय तक लेते हैं और आपकी जीवन शैली आरामदायक है, तो आपको हाइपरटेंशन हो सकता है।

Q4. हाइपरटेंशन का इलाज क्या है?
कम उम्र समूहों में आवश्यक हाइपरटेंशन को जीवन शैली में परिवर्तन द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यदि ये उपाय असफल हों तो आयु और हाइपरटेंशन की गंभीरता के अनुसार औषधियां दी जाती हैं।

Q5. ठीक होने में कितना समय लगता है?
भविष्य की समस्याओं से बचने के लिये हाइपरटेंशन निरोधी दवाएं जीवन भर लेनी होती हैं। अपवादस्वरूप यदि रक्तचाप सामान्य सीमाओं में लौट आये तो दवाएं धीरे-धीरे घटाते हुए बंद की जाती हैं।

Q6. मैं हाइपरटेंशन से कैसे बच सकता हूँ?
आप हाइपरटेंशन से बचने के लिए नियमित एरोबिक व्यायाम और उचित आहार के साथ सक्रिय जीवन शैली अपनाएं। नमक युक्त आहारों से परहेज। वजन घटाने से भी रक्तचाप कम होता है। अधिक धूम्रपान और मदिरापान बंद करें।

Q7. हाइपरटेंशन की समस्याएं क्या हैं?
यदि हाइपरटेंशन को नियंत्रित नहीं किया गया तो ये आँखों, किडनी और मस्तिष्क को प्रभावित कर सकता है। लम्बे समय में हार्ट फेल हो सकता है। यदि रक्तचाप नियंत्रित नहीं है तो हेमोरेजिक ब्रेन स्ट्रोक और हृदयाघात का खतरा भी अत्यधिक होता है।




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