हीमेचुरिया (मूत्र में रक्त): प्रमुख जानकारी और निदान

हीमेचुरिया (मूत्र में रक्त) क्या है?

हीमेचुरिया अर्थात मूत्र में रक्त की उपस्थिति। आमतौर पर हीमेचुरिया को मेक्रोस्कोपिक या “कुल अथवा दृश्य हीमेचुरिया” (जहाँ मूत्र बदरंग होता है) और माइक्रोस्कोपिक या “अदृश्य” (जब रक्त की उपस्थिति केवल प्रयोगशाला जाँच द्वारा पता चलती है) में बाँटा जाता है।
यह एक आम स्थिति है और ऐसी है जिसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इस स्थिति में गुर्दे या मूत्र मार्ग के अन्य हिस्से रक्त कोशिकाओं को मूत्र में मिलने देते हैं।

रोग अवधि

चूंकि हीमेचुरिया एक लक्षण है, निर्धारित रोग नहीं, इसलिए इससे ठीक होना भीतर स्थित कारण और उपचार के प्रति उसकी प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है।
उदाहरण के लिए, अत्यंत परिश्रमयुक्त व्यायामों से सम्बंधित हीमेचुरिया व्यायाम के 1 या 2 दिन बाद चला जाता है। मूत्र मार्ग के संक्रमण के कारण उत्पन्न हीमेचुरिया संक्रमण के ठीक होते ही समाप्त हो जाता है। अन्य कारण ठीक होने में अधिक समय लेते हैं।

जाँच और परीक्षण

रोग का निर्धारण शारीरिक परीक्षण और रोगी के इतिहास द्वारा होता है और अन्य जाँचों में हैं:
  • मूत्र परीक्षण
  • रक्त परीक्षण
  • रेडियोलॉजिकल इमेजिंग (सीटी स्कैन या अल्ट्रासाउंड)
  • इंट्रावेनस पायलोग्राम (मूत्र मार्ग का एक्स-रे)
  • सिस्टोस्कोपी




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