हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल): लक्षण और कारण

हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल) – लक्षण – बालों की अधिक मात्रा के क्षेत्र: ऊपरी ओंठ, निचला जबड़ा (ठोड़ी), गर्दन, छाती, पेट, गुदा और जननांगों का क्षेत्र, जांघों के सामने के हिस्सा। तैलीय त्वचा, मुहाँसे. हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल) – कारण – हर्सुटिस्म, एण्ड्रोजन्स-पुरुष हार्मोन, के बढ़े हुए स्तर के कारण या रोमकूपों की एण्ड्रोजन्स के लिए अति प्रतिक्रिया के फलस्वरूप होता है।.

हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल) – आहार – लेने योग्य आहार: रक्तप्रवाह में इन्सुलिन की अधिक मात्रा संचारित एण्ड्रोजन और इन्सुलिन-समान वृद्धि कारकों में तेजी से वृद्धि करती है, जो महिलाओं में हर्सुटिस्म से जुड़े होते हैं। अधिकतर स्टार्चहीन सब्जियों, दालों और फलों की पाचन श्रेणी निम्न है। क्रोमियम इन्सुलिन की दक्षता को बढ़ाकर रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य बनाए रखता है। यह इन्सुलिन प्रतिरोध, जो कि हर्सुटिस्म से अक्सर जुड़ा होता है, का सामना करता है। क्रोमियम के अच्छे स्रोत हैं रोमेन लेट्युस, प्याज, टमाटर साबुत अनाज, और आलू। एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार लें-फल (जैसे जामुन, चेरी और टमाटर) और सब्जियाँ (जैसे कद्दू और शिमला मिर्च)।

हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल): रोकथाम और जटिलताएं

हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल) – रोकथाम – सामान्यतया हर्सुटिस्म को रोका नहीं जा सकता। लेकिन यदि आपको पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम है, तो वजन घटाने से हर्सुटिस्म को कम करने में सहायता मिलती है।.

हर्सुटिस्म (अत्यधिक बाल): प्रमुख जानकारी और निदान

हर्सुटिस्म महिलाओं के लिए उन क्षेत्रों में घने काले बालों की वृद्धि को कहा जाता है जहाँ आमतौर पर उनमें बारीक या बिलकुल बाल नहीं होते हैं जैसे होंठों के ऊपर और ठोड़ी, छाती, पेट और पीठ।.

एलोपीशिया (बाल झड़ना): प्रमुख जानकारी और निदान

एलोपीशिया बाल झड़ने हेतु उपयोग किया जाने वाला सामान्य चिकित्सीय शब्द है। अक्सर बाल वापस उग आते हैं लेकिन फिर झड़ जाते हैं।.

एलोपीशिया (बाल झड़ना): लक्षण और कारण

एलोपीशिया (बाल झड़ना) – लक्षण – सिर के ऊपरी हिस्से पर बालों का कम होना या पूरी तरह गिर जाना। टूटे हुए बाल या बालों का आसानी से निकल जाना। बाल रहित स्थान।. एलोपीशिया (बाल झड़ना) – कारण – बढ़ती आयु, अनुवांशिकता, रोग, कुछ चिकित्सा पद्धतियाँ जैसे कीमोथेरेपी, कुपोषण.

एलोपीशिया (बाल झड़ना): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एलोपीशिया (बाल झड़ना) – आहार – लेने योग्य आहार पूर्णतया संतुलित आहार जैसे लीन प्रोटीन, फल और सब्जियाँ, साबुत अनाज, दालें, वसायुक्त मछलियाँ जैसे कि इंडियन सैलमन और कम वसा युक्त डेरी पदार्थ आदि स्वस्थ बालों की उत्पत्ति के उत्तम स्रोत हैं।: बायोटिन की कमी बालों को भंगुर बनाती है और बाल झड़ने में बढ़ोतरी कर सकती है। बायोटिन युक्त आहार जैसे साबुत अनाज, अंडे की जर्दी, सोया आटा, चुकंदर, रोमैन लेट्यूस, गाजर और टमाटर आदि आहार में शामिल करें। बाल प्रोटीन से बने होते हैं, इसलिए अपने आहार में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा लेना निश्चित करें ताकि बाल स्वस्थ और मजबूत बने रहें। प्रोटीन के उत्तम स्रोत हेतु चिकन, मछली, डेरी उत्पाद और अंडे के साथ शाकाहारी स्रोत जैसे दालें और मेवे भी लें। बालों के लिए आयरन आवश्यक खनिज पदार्थ है, और आयरन की अत्यंत कमी बाल झड़ने का प्रमुख कारण होती है। दालें, पालक और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे ब्रोकोली, केल और हरा सलाद आयरन का शक्तिशाली स्रोत होते हैं।

एलोपीशिया (बाल झड़ना): रोकथाम और जटिलताएं

एलोपीशिया (बाल झड़ना) – रोकथाम – स्वास्थ्यवर्धक, अच्छी तरह संतुलित आहार लें। तनाव प्रबंधन तकनीकें।.

पोस्टमीनोपॉज अवधि (मासिक धर्म बन्द होने के बाद): रोकथाम और जटिलताएं

पोस्टमीनोपॉज अवधि (मासिक धर्म बन्द होने के बाद) – रोकथाम – स्वास्थ्यवर्धक आहार लें। व्यायाम नियमित करें। धूम्रपान त्यागें और मदिरापान सीमित करें।.

पोस्टमीनोपॉज अवधि (मासिक धर्म बन्द होने के बाद): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पोस्टमीनोपॉज अवधि (मासिक धर्म बन्द होने के बाद) – आहार – लेने योग्य आहार: अपने प्रतिरक्षक तंत्र को सबल करने के लिए ताजे फल, सब्जियाँ और साबुत अनाज लें जैसे, गाजर, सेब, फलियाँ, सोया, रतालू, आलू, समुद्री सीवर आदि
, कैल्शियम से समृद्ध आहार जैसे कम वसा युक्त डेरी उत्पाद (दूध, दही, पनीर, सोया दूध), पालक, बादाम और मछली महिलाओं को हड्डियों को उचित रूप से मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं।
, होलग्रेन से बने ब्रेड, पास्ता और पेस्ट्रीज मैदे से बनी इन्हीं वस्तुओं के मुकाबले अधिक पोषक होते हैं।
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