मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI) – आहार – लेने योग्य आहार: पानी अधिक मात्रा में पियें। बादाम, ताजा नारियल, स्प्राउट्स, अलसी के बीज, बिना नमक का मक्खन, दूध, अंडे, फलियाँ, मटर, आलू, लहसुन, सादा दही, भूरा चावल, फल और सब्जियों का रस और सूप, पालक, कच्ची सब्जियों जैसे गाजर, नीबू, ककड़ी, और पालक का रस,

मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI): रोकथाम और जटिलताएं

मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI) – रोकथाम – ढेर सारा तरल (पानी) पियें। जब आवश्यकता लगे तुरंत शौचालय जाएँ। स्वच्छ रहें।.

मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI): लक्षण और कारण

मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI) – लक्षण – दुर्गन्ध युक्त मूत्र। बार-बार मूत्रत्याग होना। मूत्रत्याग के दौरान जलन होना। पेट में दर्द, मूत्र में रक्त. मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI) – कारण – बैक्टीरिया और अन्य जीवाणु।.

मूत्र मार्ग का संक्रमण (UTI): प्रमुख जानकारी और निदान

मूत्र मार्ग का संक्रमण (यूटीआई) आपके मूत्र तंत्र जिसमें गुर्दे, दो मूत्रवाहिनियाँ, मूत्राशय और मूत्र नली आते हैं, के किसी हिस्से में बैक्टीरिया द्वारा उत्पन्न संक्रमण है।.

पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन: प्रमुख जानकारी और निदान

बिनाइन प्रोस्टेटिक हाइपर प्लेसिया पौरुष ग्रंथि के बढ़ जाने को कहते हैं। यह बढ़ती आयु के पुरुषों के लिए आम समस्या है।.

पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन: लक्षण और कारण

पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन – लक्षण – मूत्राशय में पथरी का बनना। मूत्र का बार-बार आना खासकर रात्रि में (नोक्चुरिया)। मूत्र के प्रवाह में कमी।. पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन – कारण – पौरुष ग्रंथि के बढ़ने के कारण अज्ञात हैं, लेकिन ये उम्र के साथ पुरुष के शरीर में होने वाले हार्मोन परिवर्तन के स्तर से जुड़े हैं।.

पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन – आहार – लेने योग्य आहार: सेसिम के बीज (जिंक)
, टमाटर
, एवोकेडो
,

पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन: रोकथाम और जटिलताएं

पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन – रोकथाम – शराब से परहेज, तनाव से बचें, उचित वजन बनाए रखें, व्यायाम नियमित करें.