कोरोनरी आर्टरी डिजीज: रोकथाम और जटिलताएं

कोरोनरी आर्टरी डिजीज – रोकथाम – नियमित व्यायाम द्वारा उचित वजन बनाये रखें। मदिरापान कम करें। धूम्रपान त्यागें। तनाव को नियंत्रित करें।.

कोरोनरी आर्टरी डिजीज: प्रमुख जानकारी और निदान

सीएडी कोरोनरी धमनियों में इकट्ठी वसा के जमा होने को कहा जाता है, जो धमनियों की दीवारों को क्षतिग्रस्त करता है, और ह्रदय को रक्त के प्रवाह में कमी हो जाती है।.

कोरोनरी आर्टरी डिजीज: लक्षण और कारण

कोरोनरी आर्टरी डिजीज – लक्षण – छाती में तीव्र दर्द। साँस में कमी। पेल्पीटेशंस (अनियमित हृदयगति)। कमजोरी और चक्कर आना।. कोरोनरी आर्टरी डिजीज – कारण – अनुवांशिकता, धूम्रपान। उच्च रक्त चाप और मधुमेह। मोटापा। तनाव।.

कोरोनरी आर्टरी डिजीज: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

कोरोनरी आर्टरी डिजीज – आहार – लेने योग्य आहार वनस्पति स्रोत के आहार जैसे कि साबुत अनाज, फलियाँ, मेवे, फल और सब्जियाँ ह्रदय रोग के खतरे को कम करती हैं। शरीर में जल का स्तर पर्याप्त बनाये रखने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीयें। आहार जो ह्रदय रोग से बचाव हेतु सर्वोत्तम हैं, उनमें:: तैलीय मछलियाँ जैसे कि मकरेल, सारडाईन, ट्यूना, और सैल्मोन जिनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं। कुछ वनस्पति तेल जैसे कि मक्का, सोया, और सूरजमुखी जिनमें ओमेगा-6 फैटी एसिड्स और राई तथा जैतून का तेल जिनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं। फाइबर, साबुत अनाज और फल तथा सब्जियाँ।

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – आहार – लेने योग्य आहार: गहरे रंग वाली सब्जियाँ और फल (जैसे पालक, गाजर, आड़ू, और बेरियाँ) लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि उनमें सूक्ष्म पोषक तत्वों की उच्च मात्रा होती है।
, साबुत-अनाज, उच्च-रेशे युक्त आहार चुनें। इनमें फल, सब्जियाँ, और फलियाँ आती हैं। साबुत अनाज के बढ़िया विकल्पों में गेहूँ, जई/जई का आटा, राई, जौ, भूरा चावल, कुटू, मोटा पिसा गेहूँ, बाजरा आदि आते हैं।
, मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड (जैतून के तेल, केनोला तेल, मूंगफली तेल, मेवे और एवोकेडो में पाया जाता है) और ओमेगा-3 पालीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (मछली. शेलफिश, अलसी के बीज और अखरोट में पाया जाता है) का चयन करें।
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एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: रोकथाम और जटिलताएं

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – रोकथाम – धूम्रपान ना करें। शराब पर नियंत्रण करें। कोलेस्ट्रॉल का स्तर बनाए रखें। मधुमेह को नियंत्रित रखें।.

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: लक्षण और कारण

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – लक्षण – छाती में दर्द। श्वास की कमी। मांसपेशियों की कमजोरी। असमंजस. एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – कारण – धूम्रपान, रक्त में वसा और कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा। उच्च रक्तचाप। रक्त में शक्कर का उच्च स्तर।.

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: प्रमुख जानकारी और निदान

एथेरोस्क्लेरोसिस (या अर्टेरियोस्क्लेरोटिक वैस्कुलर डिजीज) ऐसी स्थिति है जहाँ धमनियाँ, अपने भीतर अत्यधिक मात्रा में प्लाक निर्मित हो जाने के कारण, सख्त हो जाती हैं।.

कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): लक्षण और कारण

कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – लक्षण – पैरों और पंजों में सूजन। थकावट या कमजोरी। भूख में कमी। तेज अथवा अनियमित हृदयगति।. कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – कारण – कोरोनरी आर्टरी डिजीज। पहले हुआ हृदयाघात। उच्च रक्तचाप। कार्डियोमायोपेथी।.

कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे और प्रशीतन युक्त फल व सब्जियाँ (केला, स्ट्रॉबेरी, आलू, टमाटर, पालक, एवोकेडो, सूखे फल, संतरा और अन्य खट्टे फल)। रेशे से समृद्ध आहार (साबुत अनाज, फल और सब्जियाँ)। ताजा माँस, पोल्ट्री आहार, मछली (बिना नमक या कम नमक से बनी हुई)।