टाइप 1 मधुमेह: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

परहेज और आहार

लेने योग्य आहार
  • ताजे फल और सब्जियों का अधिक मात्रा में सेवन करें
  • स्टार्चयुक्त कार्बोहाइड्रेट वाले आहार जैसे कि ब्रेड, पास्ता, चपातियाँ, आलू, रतालू, नूडल्स, चावल और अनाज व दालें।
  • सर्वोत्तम प्रकार की वसा मोनोसैचुरेटेड (जैतून, मूंगफली, और केनोला तेल; एवोकेडो; और मेवे) और ओमेगा-3 पोलीअनसेचुरेटेड (मछली, अलसी का तेल, और अखरोट) होती है।
  • वसायुक्त मांसाहार के कम वसा वाले विकल्प के तौर पर चिकन, टर्की, लीन मीट, और मछली को चुनें।
  • कम वसा वाले डेरी उत्पाद जैसे कि स्किम्ड या सेमी-स्किम्ड मिल्क, कम वसा युक्त दही और पनीर।
  • फलियों और दालों को अधिक लें जैसे कि मूंग की दाल, चवला फली, छोले, और लाल व हरी दालें।
  • प्रोटीन के कम वसा वाले स्रोत चुनें जैसे चिकन, मछली, कम वसा युक्त पनीर, या शाकाहारी आहार जैसे सोया।
  • सेब, एवोकेडो, जौ, फलियाँ, बेरीज, ब्रोकोली, चिकन, गाजर, अंडे, मछली, अलसी, दूध और दही, मेवे, गिरी, जई, जैतून का तेल, मूंगफली युक्त मक्खन, होल ग्रेन ब्रेड, और शकरकंद ये सभी मधुमेह को नियंत्रित करने हेतु उत्तम आहार हैं।
Diabetes food pyramid

इनसे परहेज करे
  • शक्कर और कृत्रिम मिठास वाले पदार्थ, शहद सहित।
  • मिठाई और चॉकलेट्स।
  • नमक का प्रयोग सीमित करें।
  • फ़ास्ट फ़ूड और स्नैक।
  • कैफीनयुक्त पेय पदार्थ और शराब का सीमित प्रयोग करें।
  • धूम्रपान त्यागें।

योग और व्यायाम

  • पैदल चलना, साइकिल चलाना, दौड़ना, और तैरना टाइप 1 मधुमेह के रोगियों के लिए उत्तम व्यायाम हैं।
  • शारीरिक क्षमता और लचीलापन बढ़ाने वाले व्यायामों से जुड़ना टाइप 1 मधुमेह के रोगियों के लिए आवश्यक है।
  • प्रतिरोध शक्ति बढ़ाने वाला प्रशिक्षण सप्ताह में कम से कम दो दिन, निम्न से मध्यम तीव्रता वाले व्यायामों के साथ, प्रत्येक बार हर व्यायाम को 10 से 15 बार दोहराकर किया जाना चाहिए।
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योग
  • भुजंगासन— YouTube
  • धनुरासन
  • अर्धमत्स्येन्द्रासन— YouTube
  • वज्रासन में वस्त्रिका— YouTube
  • सूर्यभेद प्राणायाम— YouTube
  • शवासन— YouTube

संगीत और ध्यान

गहन ध्यान तकनीक का अल्प समय तक अभ्यास भी इन्सुलिन प्रतिरोध को घटाने और रक्त शर्करा को कम करने में सहायक पाया गया है, फलस्वरूप मधुमेह के खतरों को कम करने में सहायता मिलती है।

घरेलू उपाय (उपचार)

  • शारीरिक रूप से सक्रिय रहें।
  • स्वस्थ आहार योजना का पालन करें और उचित वजन बनाये रखें।
  • धूम्रपान और तम्बाकू के अन्य प्रकारों को भी त्यागें।
  • आहार लेने से चूकें नहीं और डॉक्टर द्वारा बताये अनुसार औषधियां लें।
  • अपना आहार हमेशा नियमित अन्तराल पर लें। भूखे पेट काम ना करते रहे क्योंकि इससे रक्त शर्करा स्तर परिवर्तित होता रहता है।


 
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