कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): रोकथाम और जटिलताएं

रोकथाम (बचाव)

  • रोग का शीघ्र निर्धारण और चिकित्सा।
  • भारी वस्तुएँ ना उठाएँ।
  • कार्य के दौरान विराम लें।
  • जीवन शैली में सुधार।
  • अपनी कलाइयों को बार-बार फैलाना और समेटना ना करें।

ध्यान देने की बातें

  • अनजाने एहसास और दर्द का भुजा से होकर कंधे की तरफ जाना।
  • शुष्क त्वचा, सूजन या हाथ की त्वचा के रंग में बदलाव।

डॉक्टर को कब दिखाएँ

अपने डॉक्टर से संपर्क कब करें
यदि आपको सीटीएस के लक्षण लगातार बने हुए हैं जो आपकी दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल रहे हैं, जैसे:
  • झुनझुनी और गुदगुदी का एहसास।
  • पिन और सुइयाँ चुभना।
  • कलाई और हाथ में दर्द।
  • त्वचा का शुष्क होना
  • कमजोरी





कार्पल टनल सिंड्रोम-सीटीएस, कार्पल टनल सिंड्रोम, कलाई का दर्द, उंगलियों में झुनझुनी, उंगलियों में दर्द, अंगूठे में दर्द, उंगलियों में जलन की अनुभूति, उंगलियों में सनसनी का एहसास, कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS) से निवारण, Carpel Tunnel Syndrome rog, Carpel Tunnel Syndrome ki roktham aur jatiltain, Carpel Tunnel Syndrome se bachav aur nivaran, Carpel Tunnel Syndrome doctor ko kab dikhayein,

One thought on “कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): रोकथाम और जटिलताएं

Comments are closed.